पाकुड़:
झारखंड का एक गांव ऐसा है जहां किसान शहतुत के पत्ते से रेशम कीट उत्पन्न कर मालवेरी सिल्क का उत्पादन कर झारखंड का नाम रौशन कर रहे हैं.
ये गाँव है पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखंड मुख्यालय से महज पांच किमी की दुरी पर स्थित अमृतपुर गांव में. गांव में लगभग दो सौ घर हैं. जिसमें से सौ घर ऐसे है जो साल भर मालवेरी सिल्क का उत्पादन करता है.
शहतुत के पत्ते को रेशम कीट में जीवनयापन कराकर उससे कुकुन तैयार कर 4 सौ रूपया प्रति किलो बेचकर गांव के किसान अच्छी कमाई कर रहे हैं. किसानों को केन्द्रिय रेशम बोर्ड और अगॅ परियोजना विभाग से सरकारी सहायता भी मिलती है. लोग अच्छी खासी कमाई कर स्वालंबी बन रहे हैं.