Thane: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भिवंडी इमारत दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है, मलबे से दो और शव बरामद किए गए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यहां यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि हादसे के करीब 48 घंटे बाद दोनों शवों को निकाला गया। मलबा हटाने का काम तीसरे दिन भी जारी रहा। 2014 में निर्मित, यह भवन शनिवार दोपहर लगभग 1.45 बजे अचानक ढह गया।
अधिकारियों ने कहा कि अब इस त्रासदी में कोई भी लापता नहीं है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और सभी घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की है।
मलबे से अब तक 18 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। इन सभी का इलाज ठाणे के उपजिला अस्पताल में हो रहा है। नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ ) के सब डिवीजनल आफिसर अमित सानप ने बताया कि मलबे में अभी भी कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है। एनडीआरएफ और टीडीआरएफ की टीम सावधानी से मलबा हटा रही हैं।
यह तीन मंजिला बिल्डिंग शनिवार दोपहर तकरीबन 12 बजे ढह गई थी। मृतकों में दो को छोड़कर बाकी की पहचान नवनाथ सावंत (40), लक्ष्मीदेवी महतो (26) , सोना कोरी (4 साल 6 महीने), सुधाकर गवई (34), प्रवीण चौधरी (22) और त्रिवेणी यादव (40) के रूप में हुई है।
नारपोली पुलिस बिल्डर इंद्रपाल पाटिल को गिरफ्तार कर चुकी है। इस इमारत का निर्माण 2014 में इंद्रपाल पाटिल ने करवाया था। इसकी छत पर मोबाइल टावर भी लगा था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे प्रत्येक पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने कहा है कि घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।