सीधी।
मंगलवार को सीधी में बस दुर्घटना के अगले दिन सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) सीधी आए, सीधी सर्किट हाउस में मौजूद अव्यवस्थाओं को देख वो नाराज हो गए थे। CM के भोपाल वापस लौटने के अगले दिन गेस्ट हाउस के प्रभारी इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है जबकि पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर की दो वार्षिक वृद्धि पर रोक लगा दी गई है। मुख्यमंत्री की नाराजगी जिले के अन्य शीर्ष अधिकारियों को भी भारी पड़ सकती है।
पहले मच्छर फिर मोटर ने किया परेशान
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री सीधी के गेस्ट हाउस में रात भर रुके, लेकिन मच्छरों के चलते रात भर सो नहीं सके। क्योंकि, वीआईपी रूम में मच्छरदानी की व्यवस्था नहीं थी। न ही मच्छर मारने वाली दवा का छिड़काव किया गया था। शिवराज जब मच्छरों से परेशान हो गए, तब रात के ढाई बजे मच्छर मारने वाली दवा मंगाई गई। मच्छरों का प्रकोप कम हुआ तो सीएम दोबारा सोने के लिए गए, लेकिन इसके बाद वे टंकी में पानी ओवरफ्लो होने से परेशान हो गए। सुबह 4 बजे टंकी से पानी बहने लगा, लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। आखिरकार CM शिवराज को खुद उठकर जाना पड़ा। उन्होंने खुद टंकी का मोटर बंद कराया। सर्किट हाउस में अव्यवस्था से सीएम काफी नाराज हैं। वे जब पीड़ित परिवारों से मिलने गए थे, तब भी अफसरों की लापरवाही पर लोगों ने रोष जताया था।
CM ने जताई नाराजगी
सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी कहा था कि अधिकारी सतर्क होते तो यह दुर्घटना नहीं होती। उन्होंने जिले के आरटीओ सहित रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के कई शीर्ष अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। सीएम के भोपाल लौटने के बाद सर्किट हाउस में उन्हें हुई परेशानियों के बारे में मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों को चला। आनन-फानन में सर्किट हाउस के प्रभारी इंजीनियर को सस्पेंड किया गया है। रीवा कमिश्नर राजेश जैन ने सर्किट हाउस के प्रभारी उपयंत्री बाबूलाल गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है जबकि लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री देवेंद्र कुमार सिंह की दो वार्षिक वृद्धि पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है।
आशंका जताई जा रही है कि जिले के अन्य वरीय अधिकारियों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।