Ranchi: झारखंड के साहिबगंज जिले के बड़हरवा रेलवे स्टेशन (Barharwa railway station in Sahibganj district of Jharkhand) पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक गुड्स ट्रेन और मेंटेनेंस कोच की पांच बोगियां बगैर इंजन के रेले ट्रैक पर दौड़ने लगीं। गनीमत यह रही कि उस ट्रैक पर कोई दूसरी ट्रेन नहीं थी और यह ट्रैक पर स्वतः दौड़ पड़ीं बोगियां रेलवे प्लेटफॉर्म पर पहुंचने के पहले ही किसी तरह रोकी जा सकीं।
रेलवे के एक प्वाइंट्समैन विजय कुमार शर्मा ने ट्रैक पर गुटका से अवरोध लगाकर बोगियों को रोका, अन्यथा ब़ड़ा हादसा हो सकता था।
बड़हरवा रेलवे स्टेशन मैनेजर निरंजन कुमार भगत ने बताया कि ढलान की वजह से ऐसा हुआ। मामले की जांच की जा रही है।
बताया जा रहा है कि बड़हरवा रैक लोडिंग प्वाइंट पर पिछले 10-15 दिनों से मालगाड़ी की दो बोगियां खड़ी थीं। उसी रेलवे ट्रैक पर तीन बोगी वाली मेंटनेंस कोच भी बगैर इंजन के खड़ी थीं।
रविवार की शाम अचानक मालगाड़ी की दोनों बोगियां लुढकने लगीं और मेंटेनेंस कोच से जा टकराई। नतीजा यह हुआ कि मेंटेनेंस कोच और मालगाड़ी की दोनों बोगियां एक साथ बड़हरवा रेलवे स्टेशन की ओर दौड़ने लगीं।
यह देखकर रेलवे ट्रैक के आस-पास रहने वाले लोग शोर मचाने लगे। लगभग तीन सौ मीटर तक पांचों बोगियां दौड़ती रहीं।
इस बीच रेलवे के प्वाइंट्स मैन विजय कुमार शर्मा ने सूझ-बूझ दिखाते हुए ट्रैक पर गुटखे से अवरोध लगाया तो बोगियां रुक पाईं। जिस ट्रैक पर बोगियां दौड़ रही थीं, वह रेलवे फाटक से होकर गुजरता है। अगर वक्त रहते इन्हें नहीं रोका जाता तो फाटक पर जानमाल की भारी क्षति हो सकती थी। (IANS)