Ranchi: कांग्रेस ने झारखंड में पार्टी के तीन विधायक — इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप (Congress fielded three party MLAs in Jharkhand — Irfan Ansari, Naman Vixal Kongadi and Rajesh Kachhap) को लगभग एक साल के बाद निलंबन मुक्त (suspension free) कर दिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और झारखंड विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने शुक्रवार को यह ऐलान किया।
तीनों विधायक के कोलकाता में कैश के साथ पकड़े जाने के बाद पार्टी से निलंबित किया गया था। पार्टी ने तीनों विधायक का निलंबन वापस ले लिया है।
स्पीकर की अदालत में भी मामला तीनों विधायक के खिलाफ चल रहा है, इस पर संसदीय कार्यमंत्री और विधायक दल नेता आलमगीर आलम देखेंगे। इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम भी मौजूद रहे।
आलमगीर आलम ने कहा कि तीनों विधायक का निलंबन वापस लिया गया है। विधानसभा सभा में जो आवेदन दिया गया है उस पर प्रक्रिया के तहत काम होगा।
बीते साल 30 जुलाई को इन तीनों विधायकों को पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिला अंतर्गत पंचला थाना के रानी हाट में नोटों के बैग के साथ पकड़ा गया था। नोटों की गिनती हुई तो कुल रकम 48 लाख रुपये पायी गयी थी।
इसके बाद 31 जुलाई को इन तीनों को पार्टी ने सस्पेंड कर दिया था। कांग्रेस के बेरमो क्षेत्र के विधायक अनूप सिंह ने इन तीनों विधायकों के खिलाफ रांची के अरगोड़ा थाने में राज्य की सरकार को गिराने की साजिश के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई थी।
इन तीनों के खिलाफ स्पीकर के ट्रिब्यूनल में भी शिकायत की गई थी। इस मामले की जांच के लिए पार्टी ने एक कमेटी भी गठित की थी। बाद में कोलकाता हाईकोर्ट से तीनों विधायकों को जमानत मिली।
विधायकों का कहना है कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया। कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि तीनों विधायकों के खिलाफ विधानसभा में जो शिकायत की गई थी, उसे प्रक्रिया के तहत वापस लिया जा सकता है। (IANS)