Ranchi: झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र (monsoon session of jharkhand assembly) शुक्रवार को शुरू होते ही भाजपा ने विधि-व्यवस्था के सवाल पर (BJP on the question of law and order) हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर हमला किया (Fiercely attacked the Hemant Soren government)।
सत्र की कार्यवाही शुरू होने के पहले ही भाजपा के विधायकों ने सदन के मुख्य द्वार पर तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। वे माकपा नेता सुभाष मुंडा के हत्या की जांच सीबीआई से करने की मांग कर रहे थे। उन्होंने आदिवासियों पर अत्याचार और हमले की हाल की घटनाओं को लेकर जोरदार नारेबाजी की।
भाजपा विधायक अनंत ओझा, राज सिन्हा, अमर बाउरी, अपर्णा सेन गुप्ता तथा जेपी पटेल समेत अन्य विधायकों ने एक स्वर में कहा कि झारखंड में सुरक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है। भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि सीएम खुद को आदिवासियों का हितैषी बताते हैं, लेकिन उनके शासन काल में आदिवासी और दलित ही सुरक्षित नहीं हैं। सीपीएम के नेता सुभाष मुंडा की राजधानी में हत्या कर दी गई। आजसू के नेता अजय मुंडा पर कातिलाना हमला हुआ।
विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि गिरिडीह में दलित महिला को निर्वस्त्र कर पीटा गया और उसे रात पर पेड़ से बांधकर रखा गया। ऐसी घटनाओं से झारखंड शर्मसार है, लेकिन सरकार निश्चिंत है। ऐसी सरकार को तुरंत सत्ता छोड़कर जनता से माफी मांगनी चाहिए।
इधर सदन में पहले दिन की कार्यवाही शोक प्रकाश के साथ स्थगित कर दी गई। पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो, पूर्व विधायक डेविड मुर्मू सहित विभिन्न क्षेत्रों की नामचीन हस्तियों के निधन पर सदन ने शोक व्यक्त किया। कई विधायकों ने शोक प्रकाश के दौरान मणिपुर में हिंसा और आदिवासी महिलाओं के साथ बर्बरता की घटनाओं पर चिंता जताई। विधानसभा का यह सत्र 4 अगस्त तक चलेगा। (IANS)