Deoghar: पिछले कुछ सालों से सावन माह के दौरान बाबा बैद्यनाथ का स्पर्श पूजा की जगह अरघा सिस्टम लगा दिया जाता है। अरघा के जरिये ही बाबाधाम आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण किया जाता है। इस साल सावन माह में भी यही सिस्टम लगाया गया है, जिससे श्रद्धालु महादेव को जलार्पण कर रहे हैं। लेकिन, गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने एक बार फिर से स्पर्श पूजा की शुरुआत करने की बात कही है।
सांसद निशिकांत ने कहा है कि समय आ गया है कि फिर से देवघर में स्पर्श पूजा शुरू किया जाए, इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कहा कि स्पर्श पूजा शुरू करने को लेकर वो कानून की शरण में जाएंगे। सांसद ने स्पर्श पूजा की फिर से शुरुआत करने की जरूरत की वजह बाबाधाम में सावन माह के दौरान आने वाले कांवरियो की संख्या में कमी बताई है।
उन्होंने कहा कि, आज सावन की पहली सोमवारी है और अभी श्रद्धालुओं की भीड़ लगभग नहीं के बराबर है।
सांसद के मुताबिक, अगर सुबह 4 बजे से जलार्पण शुरू हुआ तो 1 मिनट में ज़्यादा से ज़्यादा 100 लोगों ने पूजा किया और अभी 1.30 बजे तक कुल 48 हज़ार से 50 हज़ार, इतना पसीना तो बाबा को पसंद नहीं है।
उन्होंने साफ कहा कि देवघर में स्पर्श पूजा का ही विधान है और समय आ गया है कि फिर से देवघर में स्पर्श पूजा शुरू किया जाए। साथ ही ठेकेदारों के साथ मिलकर बॉंस,बल्ला व टेंट का दुरुपयोग बंद किया जाए।
सांसद निशिकांत ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि मंदिर कमिटि के अध्यक्ष मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पिछले चार साल से बैठक करने का समय नहीं मिला है। मैं इस मुद्दे को लेकर कानून के शरण में जा रहा हूँ।