Deoghar: परिजनों द्वारा मोबाइल खरीदकर नहीं दिए जाने के कारण एक नवमी क्लास की छात्रा ने कीटनाशक दवा खाकर आत्महत्या कर ली। मृतका का नाम 15 वर्षीय चांदनी कुमारी है जो गिरिडीह जिला के देवरी थाना क्षेत्र के बरूटाड़ की रहने वाली है।
पुलिस को दिए बयान में मृतका के पिता मुरारी पांडेय ने कहा है कि वह प्राइवेट कार चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। उसे दो बेटी और एक बेटा है। चांदनी कुमारी बड़ी बेटी थी जो नवमी क्लास में पढ़ाई करती थी। पिछले कई माह से वह अपनी मां से स्क्रीन टच मोबाइल खरीद कर देने की मांग कर रही थी। मां ने उसे काफी समझाने का प्रयास किया था कि देखो पापा किस तरह कमा कर परिवार चला रहे हैं। उससे बोली भी थी कि पैसा होगा तो तुम्हें मोबाइल खरीद कर दे दूंगी।
कहा है कि 23 जून कि सुबह 7:00 बजे चांदनी ने अपनी मां से कहा कि तुम लोग मोबाइल खरीद कर देगी या नहीं। इस पर पत्नी ने कहा कि पापा गाड़ी लेकर बाहर गए हैं लौटेंगे तो तुमको मोबाइल खरीद कर दिलवा देंगे। कहा है कि पत्नी किसी काम से गोतिया के घर चली गई थी। कुछ देर बाद जब लौटकर घर आई तो देखी थी चांदनी उल्टी कर रही है। पत्नी ने जब उससे पूछा कि क्या हुआ तो उसने कहा कि चावल में डालने वाला कीटनशक दवा खा लिया है। पत्नी द्वारा अगल-बगल के लोगों के सहयोग से इलाज के लिए उसे पहले देवरी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां से बेहतर इलाज के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन सभी लोग मिलकर इलाज के लिए उसे देवघर सदर अस्पताल ले आए। जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई।
इधर, जानकारी मिलते ही बैधनाथ धाम ओपी प्रभारी विनोद कुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।