Deoghar: देवघर एयरपोर्ट पर Air Traffic Control (ATC) अधिकारियों से भाजपा नेताओं पर जबरन अनुमति लेने का आरोप अब तूल पकड़ चुका है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। इस मामले में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी समेत 9 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। अब केंद्रीय मंत्री विमानन मंत्री ने पूरे मसले पर कहा कि देवघर एयरपोर्ट विवाद की जांच के बाद सच सामने आएगा।
शनिवार को मध्य प्रदेश के इंदौर में मौजूद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से जब पत्रकारों ने इस विवाद को लेकर सवाल किया तो ने कहा, ‘जांच के बाद मामले की पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी। जिसके बाद डिटेल आपके साथ भी शेयर की जाएगी।’
बता दें कि इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के दोनों सांसदों और 7 अन्य लोगों पर गंभीर आरोप हैं। आरोप है कि इन सभी ने मिलकर एटीसी के अधिकारियों पर दबाव बनाया कि वो उनके चाटर्ड फ्लाइट को देवघर से उड़ने की इजाजत दे। दोनों भाजपा नेता झारखंड के दुमका में जिंदा जलाई गई नाबालिग लड़की के परिजनों से मिलने के बाद दिल्ली लौट रहे थे।
दुबे, उनके दो बेटों, सांसद मनोज तिवारी, देवघर हवाई अड्डे के निदेशक संदीप ढींगरा और अन्य के खिलाफ हवाई अड्डे के सुरक्षा प्रभारी सुमन आनंद ने 1 सितंबर को कुंडा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।नशिकायत में कहा गया है कि सभी नौ लोगों ने देवघर हवाई अड्डे पर एटीसी कक्ष में प्रवेश करके और जबरन टेक-ऑफ के लिए मंजूरी लेकर सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया।
आरोप लगाया गया है कि देवघर एयरपोर्ट पर रात के वक्त टेक ऑफ और लैंडिंग की सुविधा ना होने के बावजूद जबरन विमान को वहां से उड़ने की इजाजत ली है। इस विवाद के सामने आने के बाद निशिकांत दुबे और देवघर के डिप्टी कमिश्नर मंजूनाथ भजंत्री के बीच ट्विटर पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चला था।
इसके बाद दिल्ली पुलिस ने देवघर डिप्टी कमिशनर के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की किया है। उनके अलावा कुछ अन्य पुलिस अधिकारियों पर भी प्रताड़ना का केस दर्ज हुआ है। यह एफआईआर निशिकांत दुबे की शिकायत के बाद दर्ज हुआ है।