Dumka: अंकिता मर्डर केस (Ankita Murder Case Dumka) में दुमका जिला अधिवक्ता संघ ने बड़ा निर्णय लिया है। पेट्रोल कांड के दोनों आरोपी शाहरुख और मो.नईम का केस यहां के कोई भी अधिवक्ता नहीं लड़ेंगे।
डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के महासचिव राकेश कुमार यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पेट्रोल डाल कर जला दी गयी अंकिता सिंह हत्याकांड के दोनों आरोपी शाहरुख और मो. नईम के सपोर्ट में इन दोनों का केस दुमका के किसी भी अधिवक्ता द्वारा नहीं लड़ा जायेगा। इसका फैसला जिला अधिवक्ता संघ द्वारा लिया गया है।
ये है पूरा मामलाः
दुमका में व्यवसायी संजीव सिंह की बेटी अंकिता को पड़ोस में ही रहने वाला शाहरूख काफी समय से परेशान कर रहा था। अंकिता के घर वालों ने बताया कि उनकी बेटी 12 वीं कक्षा की छात्रा थी। शाहरूख ने कहीं से अंकिता का नंबर हासिल कर लिया था। तभी से वह एकतरफा प्यार में अंकिता पर दोस्ती करने का दबाव डाल रहा था। आरोप है कि अंकिता जब राजी नहीं हुई और उसे झिड़का तो शाहरुख ने आपा खो दिया और धमकी दी कि अगर मेरा कहा नहीं मानोगी तो मैं तुम्हें मार डालूंगा। अंकिता के परिजनों ने बताया कि मंगलवार (23 अगस्त) सुबह अंकिता घर में सोई हुई थी। इसी बीच शाहरूख उसके घर पहुंचा और खिड़की से उस पर पेट्रोल फेंक दिया और जब तक वह कुछ समझ पाती आरोपी ने माचिस जला कर उसको आग लगा दी। बाद में रिम्स में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।