Ranchi/Latehar: महात्मा गांधी को पूज्य मानने वाले (revered Mahatma Gandhi), हाथों में तिरंगा लेकर चलने वाले और सत्य-अहिंसा के आदशरें-आग्रहों पर चलनेवाले झारखंड के टाना भगत समुदाय ने मंगलवार को लातेहार डिस्ट्रिक्ट कलेक्टेरिएट को पूरी तरह ठप करा दिया।
जनजातीय इलाकों में पंचायत चुनाव कराये जाने का विरोध
टाना भगत राज्य के जनजातीय इलाकों में पंचायत चुनाव कराये जाने का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि संविधान की पांचवीं अनुसूची के अनुसार जनजातीय बहुल क्षेत्रों में ग्राम पंचायत के बजाय आदिवासी स्वशासन की परंपरागत प्रणाली लागू की जाये। सैकड़ों टाना भगत मंगलवार सुबह दस बजे तिरंगा झंडों के साथ घंटी बजाते हुए लातेहार डिस्ट्रिक्ट कलेक्टेरिएट पहुंचे और सभी अफसरों और कर्मचारियों को कार्यालय से बाहर निकालकर ताला लगा दिया। प्रदर्शनकारियों का विरोध इतना तीव्र था कि डीडीसी सुरेंद्र प्रसाद वर्मा और अपर समाहर्ता को भी कार्यालय छोड़ना पड़ा। इस वजह से पंचायत चुनावों के लिए चल रही नामांकन की प्रक्रिया भी पूरी तरह ठप हो गयी है। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी हैं।
परंपरागत स्वशासन लागू करने की मांग
अखिल भारतीय टाना भगत संघ के लातेहार जिला अध्यक्ष परमेश्वर भगत ने कहा कि आदिवासियों के कई संगठनों ने जिला प्रशासन को कई बार आवेदन देकर पांचवीं अनुसूची के अनुसार परंपरागत स्वशासन लागू करने की मांग की गयी है। भारतीय संविधान और कानून के अनुसार झारखंड के जनजातीय बहुल क्षेत्र में परंपरागत व्यवस्था ही चलेगी। ऐसे में पंचायत चुनाव करवा कर संविधान का उल्लंघन किया जा रहा है। जब तक पंचायत चुनाव नहीं टाले जाते, टाना भगतों का आंदोलन जारी रहेगा। हमलोग यहीं जमे रहेंगे।
प्रशासन के आला अफसर आंदोलित टाना भगतों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। एसडीपीओ संतोष मिश्रा, अंचलाधिकारी रुद्र प्रताप, लातेहार बीडीओ मेघनाथ उरांव, पुलिस निरीक्षक सह लातेहार थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता मौके पर मौजूद हैं। कलेक्टेरिएट में बड़ी तादाद में पुलिस बल की भी तैनाती की गयी है।