Deoghar: देवघर के लक्ष्मी देवी सराफ संस्कृत महाविद्यालय (Laxmi Devi Saraf Sanskrit College) को जल्द ही सरकारी कॉलेज की मान्यता मिलेगी। साथ ही यहां संथाली लिपि में भी संस्कृत की पढ़ाई होगी। इस बात की जानकारी गोड्डा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे (Godda MP Dr. Nishikant Dubey) ने दी है।
एमपी निशिकांत दुबे ने बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Education Minister Dharmendra Pradhan) के नेतृत्व में बैठक हुई, जिसमें देवघर का लक्ष्मी देवी सराफ संस्कृत महाविद्यालय जो कि केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय से सम्बद्ध है को सरकारी कॉलेज की मान्यता की रूपरेखा बनी। उन्होंने बताया कि फ़िलहाल इसमें अनुदान व कोर्स बढ़ाया जाएगा । इस कॉलेज में संथाली लिपि में संस्कृत पढ़ाने पर भी सहमति बनी है।
निशिकांत दुबे ने कहा कि देवघर पूर्वी भारत का बड़ा संस्कृत का केन्द्र बनेगा। इससे देवघर में संस्कृत भाषा से पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का आभार प्रकट किया है।
निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर लिखा है कि “माननीय प्रधानमंत्री जी की सोच संस्कृत भाषा के उत्थान, इस भाषा से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के रोज़गार तथा देवघर को बड़ा केन्द्र बनाने के लिए आज केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी के नेतृत्व में बैठक हुई । देवघर का लक्ष्मी देवी सराफ संस्कृत महाविद्यालय जो कि केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय से सम्बद्ध है को सरकारी कॉलेज की मान्यता की रूपरेखा बनी। फ़िलहाल इसमें अनुदान व कोर्स बढ़ाया जाएगा । इस कॉलेज में संथाली लिपि में संस्कृत पढ़ाने पर भी सहमति बनी । हम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी के आभारी हैं । देवघर पूर्वी भारत का बड़ा संस्कृत का केन्द्र बनेगा ।”