
Deoghar: मंगलवार को कार्यालय कक्ष में बैठक के दौरान देवघर सिविल सर्जन (civil surgeon) डॉ. युगल किशोर चौधरी ने चिकित्सकों को ये निर्देश दिया कि गंभीर रूप से बीमार या जख्मी मरीज का पहले प्राथमिक उपचार करें। बाद में आवश्यकतानुसार जांच कराएं। सीएस ने चिकित्सकों से कहा मरीजों के इलाज के दौरान सेवा की भावना होनी चाहिए।

मरीजों को न हो परेशानी, इसका रखें ख्याल: CS
बैठक में चिकित्सकों से सिविल सर्जन ने कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा कैसे मिले, इस पर पूरा ध्यान केंद्रित होना चाहिए। मरीजों को इलाज को लेकर किसी तरह की परेशानी ना हो, इसका पूरा ख्याल रखें।
पहले करें इलाज, फिर कराएं जांच: CS
सिविल सर्जन ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि रेफर जख्मी मरीज को अस्पताल लाए जाने पर भर्ती करने की बजाय उसे सिटी स्कैन या अन्य जांच कराने की सलाह दी जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं करें। पहले मरीज को भर्ती करें, प्राथमिक इलाज करें, फिर संबंधित जांच कराएं।
चिकित्सक समय पर पहुंचे कार्यस्थल: CS
डॉक्टरों को सीएस ने निर्देश दिया कि निर्धारित समय पर अपने कर्तव्य स्थल पर पहुंचे और ड्यूटी का समय समाप्त होने पर अपने कार्यस्थल को छोड़ने से पहले यह सुनिश्चित करें कि संबंधित चिकित्सक पहुंचे या नहीं। अगर नहीं तो 10-15 मिनट उनका इंतजार करने के बाद ही स्थान छोड़े। सीएस ने कहा कि किसी तरह की परेशानी हो तो उन्हें अवगत कराएं ताकि उसे दूर कराया जाए सके। साथ ही उन्होंने इंजूरी रिपोर्ट को सही समय पर तैयार करने और पोस्टमार्टम का भी जल्द से जल्द रिपोर्ट लिखने का निर्देश दिया है।
बैठक में ये रहे मौजूद
मौके पर उपाधीक्षक डॉ. बीपी सिंह, प्रभारी जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. रवि रंजन, डॉ. प्रभात रंजन, डॉ. नंदलाल पंडित, डॉ. राजीव कुमार, डॉ. प्रेम प्रकाश, डॉ. परमजीत कौर सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे।