अहमदाबाद: राज्य सरकार ने अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की 144वीं रथयात्रा निकालने की अनुमति दे दी है। गुरुवार को गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा ने यह घोषणा करते हुए बताया कि कर्फ्यू लागू होने के बीच पूरे मार्ग पर रथयात्रा का आयोजन किया जाएगा। श्रद्धालुओं को रथयात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं होगी और न ही प्रसाद बांटा जाएगा। मंगला आरती में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहेंगे।
उन्होंने बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए रथयात्रा मार्ग में रहने वाले लोग अपने मेहमानों को घर नहीं बुला सकेंगे। रथयात्रा में सिर्फ पांच वाहन ही मौजूद रहेंगे। इनके चालकों का 48 घंटे पहले आरटी-पीसीआर परीक्षण करवाया जायेगा और नकारात्मक रहने पर ही वे शामिल हो सकेंगे। इसके लिए वैक्सीन की दोनों खुराक लेने वालाें को वरीयता की जाएगी और एक खुराक लेना अनिवार्य है।
रथयात्रा के लिए पिछले साल की तरह इस साल भी पुलिस व्यवस्था की गई है । भगवान के मोसाल सरसपुर में भी आज से पुलिस के इंतजाम कर दिए गए हैं। रास्ते में सभी दुकानों और पोल के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। उच्चाधिकारियों द्वारा भी इसकी लगातार निगरानी की जा रही है।
दरअसल, भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के लिए अब केवल चार दिन शेष हैं। सरकार की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया जा रहा है। भगवान के मोसाल सरसपुर में भी तैयारी शुरू कर दी गई है। सरसपुर रणछोड़जी मंदिर में भी रौनक बढ़ गई है। सरसपुर मंदिर, सरसपुर मेन रोड, सभी पोल और सरसपुर जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस के प्रबंध किए जा रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज से हर 50 से 100 मीटर पर पीएसआई व चार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। स्थानीय पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और बाहर से वरिष्ठ अधिकारी पैदल गश्त कर मार्ग का निरीक्षण कर रहे हैं। यही व्यवस्था अब रथयात्रा के दिन तक रहेगी। रथयात्रा के मार्ग पर सभी थानों के पीआई और पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के लिए बुलाया गया है।