New Delhi: मणिपुर पर चर्चा की मांग (Demand for discussion on Manipur) को लेकर लोक सभा में सोमवार को भी जबरदस्त हंगामा (Tremendous uproar in Lok Sabha on Monday as well) हुआ और नारेबाजी की गई। शोर-शराबे के बीच लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला प्रश्नकाल चलाने का प्रयास करते रहे। उन्होंने लगभग 27 मिनट तक सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही को चलाया भी। लेकिन हंगामा और नारेबाजी बढ़ने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले सोमवार को सुबह 11 बजे लोक सभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस की तरफ से सोनिया गांधी एवं अधीर रंजन चौधरी ने मोर्चा संभाला तो वहीं सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी मोर्चा संभालते नजर आए।
11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सोनिया गांधी ने लोक सभा अध्यक्ष से कई बार आग्रह किया कि उनके नेता अधीर रंजन चौधरी को सदन में बोलने का मौका दिया जाए। सोनिया के कई बार आग्रह करने के बाद बिरला ने चौधरी को बोलने का मौका दिया।
चौधरी ने खड़े होकर एक बार फिर मांग की कि मणिपुर मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सदन में आकर बयान देना चाहिए। कांग्रेस नेता की मांग का जवाब देने के लिए तुरंत खड़े हुए प्रल्हाद जोशी ने यह आरोप लगाया कि सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष चर्चा से भाग रहा है और उसका मकसद सिर्फ सदन की कार्यवाही को बाधित करना है।
इस बीच बिरला यह कहते सुनाई दिए कि सरकार पहले ही कह चुकी है कि वह चर्चा को तैयार है लेकिन चर्चा का जवाब कौन देगा, यह विपक्ष तय नहीं कर सकता।
इस बीच सरकार की तरफ से राजनाथ सिंह बोलने के लिए खड़े हुए। राजनाथ सिंह ने भी यह आरोप लगाया कि मणिपुर जैसी गंभीर घटना पर भी विपक्ष गंभीर नहीं है। उनके इतना बोलते ही विरोध जताते हुए कांग्रेस, डीएमके, टीएमसी और अन्य कई विपक्षी दलों के सांसद तख्तियां लहराते हुए वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। (IANS)