New Delhi: सदन से निलंबित सांसदों (Suspended MPs) ने अपने निलंबन के विरोध में 50 घंटे तक संसद भवन परिसर में ही धरना देने की घोषणा कर दी है। ये सांसद संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने अपने निलंबन के विरोध में 50 घंटे तक धरना देंगे। विपक्षी सांसदों के रवैये की आलोचना करते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि, ‘ भगवान इन्हें सद्बुद्धि दे’। अपने निलंबन के खिलाफ 50 घंटे के धरने पर बैठी तृणमूल कांग्रेस सांसद डोला सेन ने कहा ने कि वो खाने की चीजों पर लगाए गए जीएसटी और महंगाई के मसले पर लगातार राज्य सभा में चर्चा की मांग कर रहे थे, लेकिन सदन में चर्चा कराने की बजाय उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जब तक के लिए उन्हें सस्पेंड किया गया है तब तक वो धरने पर बैठेंगे।
राज्य सभा से निलबिंत आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा कि वो जीएसटी, महंगाई और गुजरात में जहरीली शराब से मौत सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सदन में चर्चा की मांग कर रहे थे लेकिन सरकार चर्चा कराने के लिए तैयार नहीं है उल्टा हमें सस्पेंड कर दिया गया। ऐसी परिस्थिति में यहां (गांधी प्रतिमा) धरना देने के अलावा उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा है।
विपक्ष के धरने पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि गलती पर माफी मांगने से व्यक्ति बड़ा हो जाता है लेकिन ये अपनी गलती मानने की बजाय अहंकार का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार को इन सांसदों के स्वास्थय की चिंता है उन्हें रात में अपने घरों को जाना चाहिए, भले ही ये सुबह से शाम तक यहां प्रोटेस्ट करें।
जोशी ने कहा कि सदन में जिस तरह का व्यवहार इन्होंने किया वो ठीक नहीं है। हम इनसे माफी की मांग भी नहीं कर रहे हैं, ये सिर्फ भविष्य में ऐसा हंगामा नहीं करने का वादा करें तो स्पीकर की अनुमति के बाद सरकार उनका निलंबन वापस लेने को तैयार है। प्रल्हाद जोशी ने आगे कहा कि, ‘ भगवान इन्हें सद्बुद्धि दें ताकि सदन में अच्छी और बेहतर चर्चा हो । ‘