spot_img

RRB-NTPC परिणाम : रेल मंत्री ने की कानून हाथ में नहीं लेने की अपील

“मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि रेलवे ‘आपकी संपत्ति’ है, कृपया इसे नष्ट न करें। हम आपके द्वारा उठाई गई शिकायतों और चिंताओं को गंभीरता से लेंगे। परीक्षा के परिणाम पारदर्शी और निष्पक्ष होंगे।”

New Delhi: गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (NTPC) के लिए रेलवे भर्ती बोर्ड(RRB) की दो स्तरीय परीक्षा के विरोध ने बिहार में हिंसक रूप (Violent) ले लिया है। ऐसे में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों से कानून अपने हाथ में नहीं लेने का आग्रह करते हुए उन्हें निष्पक्ष परीक्षा परिणाम का भरोसा दिलाया।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में रेलवे में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों से हिंसा में शामिल नहीं होने का आग्रह करते हुए कहा कि, “मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि रेलवे ‘आपकी संपत्ति’ है, कृपया इसे नष्ट न करें। हम आपके द्वारा उठाई गई शिकायतों और चिंताओं को गंभीरता से लेंगे। परीक्षा के परिणाम पारदर्शी और निष्पक्ष होंगे।”

बिहार के गया रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा जंक्शन पर खड़ी खाली ट्रेन में आग लगाने की घटना के बाद रेल मंत्री का यह बयान आया है। उन्होंने कहा कि यदि वे सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उम्मीदवारों द्वारा हिंसा पर राज्यों के मुख्यमंत्री संवेदनशील तरीके से काम कर रहे हैं और मंत्रालय उनके संपर्क में है।

समिति सुनेगी शिकायतें

वैष्णव ने कहा कि रेल मंत्रालय ने उम्मीदवारों के विरोध के मद्देनजर एनटीपीसी और रेलवे भर्ती बोर्ड के लेवल-1 की परीक्षाओं पर रोक लगा दी है। उत्तीर्ण और अनुत्तीर्ण अभ्यर्थियों की शिकायतों की सुनवाई के लिए एक समिति का गठन किया गया है। उम्मीदवार 16 फरवरी तक समिति के समक्ष अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। समिति शिकायतों की जांच करेगी और चार मार्च से पहले अपनी सिफारिशें मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत करेगी।

उन्होंने कहा कि सभी आरआरबी अध्यक्षों को छात्रों की चिंताओं को सुनने, उन्हें संकलित करने और समिति को भेजने के लिए कहा गया है। इस उद्देश्य के लिए एक ईमेल पता स्थापित किया गया है। उम्मीदवार अपनी चिंताओं और सुझावों को [email protected] ईमेल आईडी पर समिति को भेज सकते हैं। यह कमेटी देश के अलग-अलग हिस्सों में जाएगी और शिकायत सुनेगी। उम्मीदवारों से औपचारिक रूप से शिकायत करने का आग्रह है।

उल्लेखनीय है कि एनटीपीसी में स्टेशन मास्टर, गार्ड, सीनियर कमर्शीयल क्लर्क, जूनियर अकांट्स असिस्टेंट आदि की नियुक्ति होती है।

रेल मंत्री ने कहा कि जनवरी, 2019 में एनटीपीसी के 35,581 पदों के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया था। नियम के अनुसार वैकेंसी के बीस गुना उम्मीदवारों को लेवर-2 परीक्षा के लिये शॉर्टलिस्ट किया जाना था। 2015 तक वैकेंसी का मात्र दस गुना शॉर्टलिस्ट करने का प्रावधान था। 2015 में यह संख्या बढ़ाकर 15 गुना कर दी गयी थी, जिससे ज्यादा उम्मीदवारों को लेवल-2 परीक्षा का अवसर मिला। वर्ष 2019 में यह संख्या 20 गुना कर दी गयी। यह उम्मीदवारों के लिए और अधिक अवसर पैदा करने का माध्यम बना।

उन्होंने कहा कि एनटीपीसी श्रेणी में कुछ वैकेंसी में 10+2 पास उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। अन्य वैकेंसी के लिये स्नातक होना चाहिए। लेकिन स्नातक उम्मीदवार को 10 2 श्रेणी में आवेदन करने से रोका नहीं जा सकता। यह मूल नियम हमेशा से रेलवे की परीक्षा में बना हुआ है और कानून सही भी है। इसलिए स्नातक उम्मीदवार सभी वैकेंसी में आवेदन कर सकते हैं, जबकि 10 2 उम्मीदवार केवल 10 2 की वैकेंसी में ही आवेदन कर सकते हैं।

मंत्री ने कहा कि 35,281 वैकेंसी के लिए 7,05,446 यानि बीस गुना उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। बहुत से उम्मीदवारों ने एक से अधिक श्रेणी के लिए आवेदन किया है, जिसके चलते उनकी योग्यता एवं मेरिट के आधार पर एक से अधिक लेवल में उनको शॉर्टलिस्ट किया गया है। जो उम्मीदवार लेवल-2 के लिए शॉर्टलिस्ट नहीं हो पाए उनका कहना है कि जिन उम्मीदवारों ने एक से अधिक श्रेणी के लिये आवेदन किया है उनको केवल एक बार गिना जाए। इस तरह से गिनती करें तो 20 गुना से कई अधिक उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करना पड़ेगा, जो कि नियम के अनुसार नहीं है। जो उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट किये गये हैं वो लेवल-2 की तैयारी में लगे हैं।

Leave a Reply

Hot Topics

Related Articles

Don`t copy text!