
Deoghar(Jharkhand): पंजाब में चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही शहिद साहिबज़ादों के सम्मान में प्रधानमंत्री के ऐलान को भले ही विरोधी सियासी शीशे में उतारने की कोशिश में जुटे हों. लेकिन, इससे जुड़ी एक ऐसी चिट्ठी सामने आई है. जिसके बाद विरोधियों की ज़ुबान पर भी ताला लटका गई है।

दरअसल, साल 2018 को गोड्डा संसदीय सीट(Godda Parliamentry Seat) से BJP के MP डॉ निशिकांत दुबे (Dr Nishikant Dubey) समेत करीब 10 सांसदों(MPs) के हस्ताक्षर से एक चिट्ठी प्रधानमंत्री (Prime Minister Narendra Modi) को लिखी गई थी, जिसके मज़मून में सिक्खों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबज़ादों की शहादत की याद में 26 दिसंबर को बाल शाहिद दिवस के तौर पर मनाने की मांग की गई थी।


हालांकि, इसके मांग को लेकर चिट्ठी में मज़मून के ज़रिए तमाम तर्क भी दिए गए थे, लेकिन, उस वक्त सांसदों की इस मांग को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।
लेकिन, प्रधानमंत्री की हालिया पंजाब यात्रा और उस दौरान सुरक्षा के सवाल पर खड़े हुए बवंडर के बीच साहिबज़ादों के सम्मान के ऐलान को भले ही विरोधी सियासी फैसला मान रहे हों. लेकिन, अपनी वर्षों पुरानी मांग को यूं पूरा होता देख, डॉ निशिकांत दुबे इसे प्रधानमंत्री की सहृदयता बता गौरव महसूस कर रहे है.