New Delhi: देश में ओमिक्रोन (Omicron) के बढ़ते मामलों के बीच केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Central Home Ministry) ने जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष (District Level Control Room) स्थापित करने के निर्देश जारी किए हैं। गुरुवार को इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव आरती आहूजा ने राज्यों को पत्र लिख कर होम आइसोलेशन में रखे गए मरीजों की देख रेख सुनिश्चित करने के लिए जिला एवं उप जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने लिखा है कि नियंत्रण कक्ष यानि कंट्रोल रूम चिकित्सा डॉक्टर, परामर्शदाता और स्वयंसेवकों के साथ पर्याप्त फोन लाइन से लैस होने चाहिए। कंट्रोल रूम में कंप्यूटर और ब्रॉडबैंड को निर्बाध कनेक्टिविटी होनी चाहिए। 24 घंटे काम करने वाले कंट्रोल रूम के पास कोरोना परीक्षण केंद्रों, एम्बुलेंसों की उपलब्धता पर रीयल-टाइम डेटा होना चाहिए।
इसके साथ इसमें स्वास्थ्य सुविधाओं में विभिन्न प्रकार के बेड्स की उपलब्धता की निगरानी भी करनी चाहिए। नियंत्रण कक्षों द्वारा बिस्तरों के आवंटन के लिए स्पष्ट और पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।
प्रत्येक नियंत्रण कक्ष को समर्पित एम्बुलेंस आवश्यकता के अनुसार रोगियों के परिवहन के लिए एरिया केस लोड के आधार पर आवंटित की जाएगी। नियंत्रण केंद्रों के पास होम आइसोलेशन के तहत मरीजों को उनकी स्थिति की नियमित निगरानी के लिए आउटबाउंड कॉल करने की भी जिम्मेदारी होगी।