नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) जाने वाले भारतीय खिलाडियों से बातचीत की। इसमें दीपिका कुमारी, प्रवीण जाधव, सानिया मिर्जा, पीवी सिंधु, नीरज चोपड़ा, दुती चंद, आशीष कुमार, मेरी कॉम, मनिका बत्रा, विनेश फोगाट, साजन प्रकाश और मनप्रीत सिंह समेत 15 खिलाड़ी शामिल हुए। इस दौरान PM मोदी ने प्रत्येक खिलाड़ी से जुड़ी कहानियों को साझा करते और उन्हें शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूरा देश उनका समर्थन कर रहा है।
कार्यक्रम के दौरान PM मोदी ने कहा कि किसी भी एथलीट को अपेक्षाओं के बोझ तले दबने की जरूरत नहीं है। पूरा भारत आपके साथ खड़ा है। आप बस अपना 100% दें। आप सभी एथलीट निर्भीक होकर खेलें। जापान में अपना हुनर दिखाएं। सभी खिलाड़ियों को मेरी शुभकामनाएं। प्रधानमंत्री के साथ कार्यक्रम में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, किरन रिजिजू और स्पोर्ट्स सेक्रेटरी रवि मित्तल भी मौजूद रहे।
PM ने बैडमिंटन प्लेयर पीवी सिंधु से कहा कि ओलिंपिक में अच्छा परफॉर्म करके लौटने पर हम साथ में आइसक्रीम खाएंगे। सिंधु 2016 रियो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं। उनसे इस बार काफी उम्मीदें हैं। PM ने पीवी सिंधु के माता-पिता से भी बात की और उनकी बेटी की सफलता की यात्रा के दौरान उनका समर्थन करने के लिए उनकी सराहना की।
तीरंदाज दीपिका कुमारी
PM मोदी ने सबसे पहले तीरंदाज दीपिका कुमारी से बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी ने तीरंदाज दीपिका कुमारी से बात करते हुए कहा कि पेरिस में आपकी उपलब्धि के बाद देश आपके बारे में बात कर रहा है। अब आप दुनिया के नंबर 1 हैं। बहुत खास है आपका सफर। दीपिका ने PM से कहा कि मैंने बांस के धनुष से शुरूआत किया था। बाद में आधुनिक धनुष को अपनाया। सबसे ज्यादा उम्मीदें खुद से होती हैं। ओलिंपिक में कैसे परफॉर्म करना है मेरा पूरा फोकस इसी पर है।
बॉक्सर मेरी कॉम
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान छह बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम से उनका पसंदीदा मुक्केबाजी पंच और उनका पसंदीदा मुक्केबाज के बार में पूछा। मैरी कॉम ने कहा कि वे मुहम्मद अली से प्रेरणा लेती हैं। उन्होंने उनसे प्रेरित होकर बॉक्सिंग को चुना। हुक मेरा सबसे फेवरेट पंच है।
तीरंदाज प्रवीण कुमार जाधव
तीरंदाज प्रवीण कुमार जाधव ने PM मोदी को बताया कि पहले मैं एथलेटिक्स करता था। मेरा सिलेक्शन गवर्नमेंट अकेडमी में हुआ। बाद में अमरावती चला गया। उसके बाद मैं तीरंदाजी करने लगा। मुझे पता था कि मुझे मजदूरी ही करनी पड़ेगी, इसलिए मैंने खेल में करियर बनाने का सोचा और तीरंदाजी जारी रखा। जब भी किसी मुश्किल में पड़ता था, तो अपना बैकग्राउंड याद करके खुद को मोटिवेट करता था।
जैवलीन थ्रोअर नीरज चोपड़ा
नीरज चोपड़ा ने कहा कि मुझे इंडियन आर्मी पसंद है। जैवलिन में बेहतर प्रदर्शन करने पर भारतीय सेना में नियुक्ति मिली। सेना की ओर से मुझे लगातार सपोर्ट मिल रहा है। मुझे कुछ दिनों पहले इंजरी हुई थी। इंजरी स्पोर्ट्स का हिस्सा है। इंजरी की वजह से मैं वर्ल्ड चैंपियनशिप में नहीं जा पाया। मेरा एक साल खराब हो गया। हालांकि मैंने मेहनत की और वापसी की। मेहनत से मैंने ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई किया।
एथलीट दुती चंद
दुती चंद ने कहा कि मेरी बड़ी फैमिली थी। खाने-पीने की कमी थी। मैं जानती थी कि अगर मैं स्पोर्ट्स करूंगी, तो मुझे जॉब मिल जाएगा और मेरी फैमिली की आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी। मेरे लाइफ में हमेशा से कॉन्ट्रोवर्सी रही है। पर मेरा लक्ष्य हमेशा से ओलिंपिक मेडल रहा है। मैं दूसरी बार ओलिंपिक में भाग ले रही हूं और मेडल जीतने के लिए अपना 100% दूंगी।
बॉक्सर आशीष कुमार
आशीष ने कहा कि मेरे घर में खेल का माहौल रहा है। मेरे पापा कबड्डी खिलाड़ी रहे। मैं पहले काफी पतला था। इसलिए मैंने बॉक्सिंग का चयन किया। मेरे ओलिंपिक क्वालिफायर कॉम्पिटीशन से 25 दिन पहले मेरे पिता का देहांत हो गया था। इस दौरान मेरे परिवार के अन्य सदस्यों ने सपोर्ट किया। परिवार ने कहा कि पापा के सपने को पूरा करने के लिए मैं ओलिंपिक में जाऊं।
खेल मंत्रालय ने एथलीटों का समर्थन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी: अनुराग ठाकुर
इस दौरान खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘मैं अपने एथलीटों के साथ कड़ी मेहनत करने के लिए कोचिंग स्टाफ और सपोर्ट स्टाफ सहित यहां मौजूद हर अधिकारी को धन्यवाद देना चाहता हूं। खेल मंत्रालय ने एथलीटों का समर्थन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। टॉप्स से लेकर कई अन्य कार्यक्रमों तक, हमने अपने एथलीटों का समर्थन किया है। 22 राज्यों से, 126 एथलीट टोक्यो ओलंपिक में 18 खेलों में 130 करोड़ भारतीयों का प्रतिनिधित्व करेंगे। मुझे लगता है कि आपके (प्रधानमंत्री) के नेतृत्व में हमारे खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे।’
17 जुलाई को भारत का पहला जत्था रवाना होगा
भारत से 17 जुलाई को खिलाड़ियों का पहला जत्था टोक्यो रवाना होगा। 23 जुलाई से ओलिंपिक की शुरुआत हो रही है। भारत की ओर से इस साल 126 खिलाड़ियों का दल ओलंपिक में जा रहा है। ओलंपिक में भारत से भेजे जाने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा दल है। भारतीय एथलीट्स 18 खेलों के 69 इवेंट्स में हिस्सा लेंगे।