नई दिल्लीः आवर वर्ल्ड इन डेटा के अनुसार हमारे देश में कोरोना वैक्सीन का एक डोज लेने वालों की संख्या 17.2 करोड़ है। आंकड़ों के मामले में हमने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में योजना आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने दी। डॉ वीके पॉल ने बताया कि हमारे देश में वरिष्ठ नागरिकों की 60 प्रतिशत जनसंख्या ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगवा लिया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में संयुक्त सचिव ने कहा कि कोरोना पर लगाम कसने के लिए पांच सूत्री रणनीति ही कारगर है-ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट, वैक्सीनेट और कोविड उपयुक्त व्यवहार। लव अग्रवाल ने कहा कि इसी रणनीति के तहत देश में कोरोना के मामले घटे है। अगर हम मई सात तारीख के आंकड़ों से तुलना करें जो अधिकतम आंकड़ा था, अभी संक्रमण के प्रतिदिन के आंकड़ों में 68 प्रतिशत की कमी आयी है। अभी जो मामले आ रहे हैं उनमें से 66 प्रतिशत पांच राज्यों से हैं जबकि शेष अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। यह आंकड़े यह बताते हैं कि हम कोरोना को स्थानीय स्तर पर कंट्रोल करने में सफल रहे हैं।
लव अग्रवाल ने बताया कि कोराना के एक्टिव केस 10 मई को पिक पर था और उसके बाद से अब तक उसमें 21 लाख की कमी आई है। उन्होंने कहा कि देश के इस वक्त 377 जिले ऐसे हैं जहां पर 5 फीसदी से भी कम कोरोना के नए मामले आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगर कोविड-19 व्यवहार या वैक्सीन की रफ्तार धीमी पड़ती है तो केस दोबारा बढ़ सकता है।