नई दिल्ली।
देश में पिछले तीन हफ्तों में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों और इससे होने वाली मौतों में कमी आई है। अधिकतर राज्यों में संक्रमण का प्रसार स्थिर हुआ है।
सरकार की ओर से नियुक्त वैज्ञानिकों की एक कमेटी ने कहा है कि भारत में अब कोरोना वायरस का पीक गुजर चुका है। हालांकि कमेटी ने सर्दियों के मौसम में कोविड-19 की दूसरी लहर की भी आशंका जताई है। कमेटी ने कहा है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता है।
महामारी से निपटने के प्रयासों में समन्वयन के लिए गठित विशेषज्ञ पैनल के प्रमुख वीके पॉल ने कहा है कि "सर्दी की शुरुआत होते ही यूरोप के देशों में संक्रमण के मामले बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। पॉल ने कहा कि पिछले तीन हफ्ते से भले ही कोरोना संक्रमण के नए मामलों और ताजा मौतों में कमी आई है. लेकिन सर्दियों में कोरोना की दूसरी लहर से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम इससे इनकार नहीं कर सकते (भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से) चीजें हो सकती हैं और हम अब भी वायरस के बारे में सीख रहे हैं।"
पॉल ने कहा, 'भारत अब कहीं बेहतर स्थिति में है, लेकिन अभी लंबा रास्ता तय करना है क्योंकि 90 प्रतिशत लोग अब भी कोरोना वायरस से आसानी से संक्रमित हो सकते हैं।'
संक्रमण का टीका आ जाने पर इसके भंडारण और वितरण के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में कोल्ड स्टोरेज हैं और जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है। पॉल ने कहा कि टीका उपलब्ध होने पर इसकी आपूर्ति करने और लोगों तक पहुंचाने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं।
गौरतलब है कि भारत में कोरोना से संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 74,94,551 हो गई है। जबकि देश में अब तक देश में मृतकों की कुल संख्या 1,14,031 हो गई है। राहत की बात यह है कि देशभर में अब तक 65,97,209 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं, जिसके साथ ठीक होने वाले लोगों की दर बढ़कर 88.03 फीसदी हो गई है।