देश के करीब-करीब सभी राज्य संथाल परगना के साइबर अपराधियों से त्रस्त है. साईबर अपराधियों का जाल संथाल परगना में बड़ी ही तेजी से फैला है. लोगों के बैंक एकाउंट और वाॅलेट एकाउंट में डिजिटल डाका डाल करोडों का चूना लगाने में यहां के शातिर साईबर क्रीमनलों को महारत हासिल है. देश की इकाॅनोमिक ढांचा को तोड़ने में संथाल परगना के साइबर अपराधियों की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हो रही है. आंकड़ों की माने तो प्रतिदिन लाखों की साइबर ठगी इसी संथाल परगना जोन से होती है.
गोड्डा सांसद डाॅ निशिकांत दूबे ने लोकसभा में उठाये सवाल
ऐसे में देश की डिजिटल इकाॅनोमी के लिए संथाल परगना खतरा बनते जा रहा है. मंगलवार को देशहित के इसी मुद्दे को लेकर गोड्डा सांसद डाॅ निशिकांत दूबे ने लोकसभा में जो सवाल खड़े किये हैं. इससे नाइत्तेफाकी नहीं की जा सकती है. सांसद डाॅ निशिकांत दूबे ने प्रश्नकाल के दौरान चीन, बांगलादेश, पाकिस्तान और आइएसआइ को देश के लिए खतरा बताया है. ठीक उतना ही खतरा हमारे देश को संथाल परगना के साईबर अपराधियों से भी है. क्षेत्र के जामताड़ा, देवघर, पाकुड़, साहेबगंज ऐसे इलाके हैं जहां आये दिन भारत के अलग-अलग राज्यों से साईबर ठगी के मामलों में पुलिस पहुंचती है.
संथाल परगना में एनआइए की शाखा खोले जाने की ज़रूरत:निशिकांत
सांसद निशिकांत दूबे ने इसे गंभीरता से लेते हुए संथाल परगना को साईबर क्राईम की राजधानी बताया है. उन्होंने लोकसभा सदन में महत्वपूर्ण बातों को रखा. उन्होंने न सिर्फ इन बातों को ही रखा बल्कि संथाल परगना में एनआइए की शाखा खोले जाने की भी मांग की. साथ ही देश को विखंडित किये जाने को लेकर अन्य पड़ोसी देश के साजिशों को लेकर भी कई गंभीर मुद्दों को उन्होंने सदन में रखा. उन्होंने कहा कि हमारी सीमा बांगलादेश, नेपाल और भुटान से जुड़ती है. जिस पर हमारा नियंत्रण थोड़ा मुश्किल है. उन्होंने देश में धर्मांतरण को लेकर कानून बनाने की भी मांग की . साथ ही कांग्रेस व तृणमूल कांग्रेस को उन्होंने आंतकवांद को बढ़ावा देने वाली पार्टी करार दिया.