Patna: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने विपक्षी दलों की हुई बैठक पर शनिवार को कहा कि महागठबंधन धीरे-धीरे बिहार में टूट रहा है। पहले उपेंद्र कुशवाहा फिर आरसीपी सिंह और अब जीतन राम मांझी अलग हो गए। पिछले 10 माह में महागठबंधन में न तो कोई बड़ा नेता और न ही कोई अन्य दल जुड़ा।
उन्होंने कहा कि विपक्ष की बैठक में जो 15 दल शामिल हुए उसमें राजद, पीडीपी और माले तीन दल ऐसे थे, जिनका लोकसभा में एक भी सांसद नहीं है। झारखंड मुक्ति मोर्चा,आप के मात्र 1-1 सांसद और सीपीआई के दो तथा सीपीएम के मात्र तीन सांसद हैं। बैठक में शामिल 11 दलों के कुल सांसदों की संख्या 24 है। ऐसे दल 303 संख्या वाले भाजपा को चुनौती दे रहे हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2019 में मायावती समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल मिलकर चुनाव लड़े फिर भी भाजपा को 64 सीटें आई थी। मोदी ने कहा कि ‘दिल मिले न मिले लेकिन हाथ जरूर मिलाएंगे’ वाले गठबंधन को कभी जनता स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन बनने के बाद राज्य में तीन उपचुनाव हुए। गोपालगंज और कुढ़नी में भाजपा की जीत हुई और मोकामा में पहली बार भाजपा चुनाव लड़ी और 64 हजार वोट लाई।
(Input:HS)