Nawada: नवादा जिले के रोह प्रखंड क्षेत्र के सिउर पंचायत की मुखिया पूजा कुमारी का निर्वाचन विवादों में आ गया है। उनकी कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। ऐसा फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाने को लेकर हुआ है।
उन्होंने मुखिया चुनाव के दौरान साल 2021 में खुद को दांगी जाति का बताते हुए जाति प्रमाण पत्र बनवाकर चुनाव लड़ा था। दिसंबर 2021 में चुनाव परिणाम आया था, जिसमें वह जीत गयी लेकिन अब जाकर उनके निर्वाचन पर सवाल खड़ा हुआ है। उनपर फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप है।
शिकायतों के आलोक में राज्य निर्वाचन आयोग के अनुरोध पर सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पुलिस महानिरीक्षक कमजोर वर्ग, अपराध अनुसंधान विभाग को जांच के लिए लिखा गया था। अपराध अनुसंधान विभाग द्वारा जांच में जाति प्रमाण पत्र सही नहीं पाया गया था। ऐसे में सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा जिला पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित विभागों और पदाधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया है।
सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव डॉक्टर बी राजेंदर जो जाती विनिश्चय हेतु गठित समिति के अध्यक्ष हैं।उनकी अध्यक्षता में समिति की बैठक हुई थी। जिसमें अंतिम रूप से निर्णय लिया गया कि पूजा कुमारी कोयरी जाति से आती हैं। इस निर्णय की प्रति 8 मई 2023 को विशेष कार्य पदाधिकारी राज निर्वाचन आयोग बिहार, जिला पदाधिकारी नवादा और संबंधित मुखिया पूजा कुमारी को भी भेजी गई है।
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला यह है कि पूजा कुमारी पिता मिथिलेश प्रसाद ग्राम कटैया पोस्ट शिवपुर थाना व प्रखंड रोह जिला नवादा के द्वारा साल 2021 में संपन्न पंचायत चुनाव के दौरान अपनी जाति का प्रमाण पत्र नामांकन के दौरान जो समर्पित किया था ।जो दांगी जाति का था। दांगी जाति साल 2015 से बिहार में अति पिछड़ी जाति के रूप में सूचीबद्ध है। निर्वाचन के बाद प्रतिद्वंदी आरती देवी यह दावा करते हुए राज्य निर्वाचन आयोग में बाद 97/2021 दायर किया गया था।
जिसमें कहा गया था कि निर्वाचित मुखिया पूजा कुमारी दांगी जाति से नहीं आती है। वह कोइरी जाति से आती हैं। कोयरी जाति अनुसूची 2 में है, जबकि दांगी अनुसूची 1 में है।
शिकायतों के आलोक में सामान्य प्रशासन इस मामले में जांच कराई गई। जांच में यह साफ हुआ कि पूजा कुमारी अनुसूचित टू में आती है वह कोइरी जाति से हैं। इसलिए अब उनका मुखिया पास जाना है सिर्फ माना जा रहा है इस जालसाजी के आरोप में उन्हें अपराधिक मामले का भी सामना करना पड़ेगा।