Nawada(Bihar): नवादा जिले के कौआकोल प्रखण्ड के पाण्डेयगंगौट पंचायत के फुलडीह गांव में सोमवार को हनुमान के प्रतीक कर रूप में पहचाने जाने वाले एक लंगूर की मौत के बाद ग्रामीणों ने उसके शव का हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार धूमधाम से ढोल बाजे के साथ अंतिम संस्कार किया। इस दरम्यान ग्रामीणों ने वो सारे रिवाज निभाए जो एक इंसान की अंतिम विदाई के समय किए जाते हैं।
ग्रामीण सह पंचायत समिति सदस्य ताजेन्द्र कुमार उर्फ तेजो साव ने बताया कि गुरुवार को गांव में ही ताड़ के पेड़ से हनुमान जी गिर गए। जिसके बाद रविवार को उनकी मृत्यु हो गई। जिसके बाद सोमवार को ग्रामीणों के द्वारा ढोल बाजे के साथ अंतिम यात्रा निकालकर शव का संस्कार किया गया।
ग्रामीण उदय साव,विकास कुमार,विक्रम कुमार,अजय दास,राजू विश्वकर्मा आदि ने बताया कि हनुमान की मौत के बाद गांव में 3 दिसम्बर को ग्रामीणों के सहयोग से खीर-पूड़ी का सामूहिक भोज का भी आयोजन किया जाएगा। ग्रामीणों के इस भक्तिभाव की पूरे प्रखण्ड में चर्चा की जा रही है।