Begusarai: बेगूसराय पुलिस के लिए सिरदर्द बने एक टॉप टेन अपराधी की हत्या झारखंड के हजारीबाग जिले में हो गई है। मृतक अपराधी बछवाड़ा थाना क्षेत्र के रुदौली पंचायत स्थित भरौल गांव निवासी देवो कुंवर का पुत्र मोनू कुमार सिंह है।
अपराधियों ने गोली मारकर हत्या करने के बाद शव को झारखंड के हजारीबाग जिला के बरही थाना क्षेत्र स्थित बरियड्ठा मोड़ के समीप फेंक दिया था। वहां झाड़ी से अज्ञात अवस्था में स्थानीय पुलिस ने शव को बरामद किया कर इश्तिहार निकलवाया, जिसके बाद उसकी पहचान हो सकी है।
हत्या की सूचना मिलते ही गांव में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है तथा बछवाड़ा एवं मंसूरचक थाना की पुलिस गांव में कैंप एवं गस्ती कर रही, पुलिस के वरीय पदाधिकारी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। देर रात तक उसका शव गांव आने की संभावना है। चर्चा है की मोनू के गांव एवं आसपास के अपराधियों में ही वर्चस्व की जंग में उसकी हत्या की है।
मारे गए कुख्यात अपराधी मोनू कुमार सिंह पर बछवाड़ा, मंसूरचक, लोहियानगर, समस्तीपुर के विद्यापतिनगर, उजियारपुर, मुसरीघरारी, ताजपुर, शास्त्री नगर पटना तथा झारखंड के विभिन्न जिलों में डबल हत्या, लूट, डकैती, रंगदारी, एससी/एसटी, आर्म एक्ट समेत एक दर्जन से संगीन मामले दर्ज हैं। कुछ ही वर्षों में उसने बेगूसराय, समस्तीपुर, खगड़िया से लेकर झारखंड तक अपराध जगत में अपनी पहचान बना लिया था।
सूत्रों के अनुसार 2017 में अपराध जगत में कदम रखने वाले मोनू कुमार सिंह ने कई संगीन अपराध करते हुए 2019 में अपने गांव में ही दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया तथा विभिन्न मामलों में जेल भेजा चुका था। हाल फिलहाल उसने पंचायत की राजनीति में भी अपनी दस्तक दे दी और कुछ दिनों पूर्व अपने साथी से ही उसका झगड़ा हो गया, जिसमें समझौता हो गया था।
लेकिन अपराध जगत में इसकी धाक से गांव में ही के ही दो ग्रुप को इससे काफी खतरा था और इसी को लेकर उसे रास्ते से हटाने के लिए बिहारशरीफ घूमने के लिए शनिवार को दोस्त अपने साथ ले गए थे। जहां की रविवार की सुबह तक परिजनों से बात हुई, लेकिन उसके बाद मोनू का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। इसी बीच रविवार को हजारीबाग में उसका शव अज्ञात हालत में बरामद किया गया। इसके बाद हजारीबाग पुलिस द्वारा जारी इश्तेहार सोशल मीडिया के माध्यम से जब उसके परिचितों तक पहुंचा तो परिजनों को जानकारी हुई और हजारीबाग जाकर बुधवार को पहचान के बाद शव को रिसीव कर गांव लाया जा रहा है।
फिलहाल कुख्यात अपराधी मोनू की हत्या से पुलिस ने कुछ लोग भले ही राहत की सांस ले रहे हों। लेकिन पुलिस के लिए इसकी हत्या एक नया सरदर्द बन गया है तथा गांव में कभी भी बदले की कार्रवाई में बड़ी वारदात हो सकती है।