Aurangabad: बिहार के औरंगाबाद में शनिवार को खुशियों के बीच मातम छा गया लेकिन, गमगीन माहौल में भी लोगों ने खुशियों को सहेजा। दरअसल, बेटे की बारात निकलने से पहले मां की मौत हो गई। लेकिन घर वालों ने कहा- जो होना था हो गया, होनी को टाला नहीं जा सकता है। बेटे की बारात आज ही जाएगी और मां की अर्थी रविवार की सुबह उठेगी।
मस्तलीचक गांव निवासी 72 वर्षीय महिला बुधनी देवी के सबसे छोटे बेटे रणधीर कुमार की बारात मदनपुर थाना क्षेत्र के डोमन बिगहा जाना था। 16 फरवरी को रणधीर का तिलक चढ़ा था। आज घर से बारात निकलने की रस्म अदायगी चल रही थी। लेकिन इससे पहले ही मां बुधनी देवी की मौत की खबर मिल गई। इसके बाद घर में कोहराम मच गया। लेकिन फिर भी परिजनों ने इसे होनी बताया, कहा- जो होना था हो गया, होनी को टाला नहीं जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक, शनिवार की बुधनी देवी अपने बेटे की शादी के लिए दामाद रामाश्रय यादव के साथ बैंक से पैसे निकालने गई थी। मध्य बिहार ग्रामीण बैंक से पैसे लेकर लौटने के दौरान मस्तलीचक मोड़ के समीप औरंगाबाद-पटना एनएच 139 पर वो बाइक से अचानक गिर गई। परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए। जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए शव घर ले आए। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि हार्ट अटैक से जान गई है। क्योंकि बाइक से गिरकर उन्हें कोई चोट नहीं आई थी।
महिला के शव को घर के बगल में रखा गया है। शादी होने के बाद रविवार की सुबह मां का अंतिम संस्कार किया जाएगा।