Patna: बिहार में कोरोना (Corona) के बढ़ते मामलों को देखते हुए इससे निपटने के लिए राज्य सरकार भी एक्शन मूड में है। कोरोना से जल्द से जल्द निपटने के लिए राज्य में डॉक्टरों की छुट्टी 28 फरवरी तक रद्द कर दी गई है। राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों पर यह नियम लागू रहेगा।
उल्लेखनीय है कि राजधानी पटना में कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि होने से सरकार की चिंताएं बढ़ी हैं लेकिन राहत की बात है कि फ़िलहाल जो मामले सामने आए हैं, उनमें संक्रमितों में लक्षण ज्यादा गंभीर नहीं दिखे हैं। ज्यादातर संक्रमित खुद को घरों में ही अलग रखकर अपना उपचार शुरू किए हैं और अस्पताल में बेहद कम लोग गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री केजीतन राम मांझी और उनके परिवार के 18 सदस्य और सहयोगी के बाद आज कोरोना की चपेट में जदयू अध्यक्ष ललन सिंह भी आ गए हैं।उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर पॉजीटिव होने की जानकारी दी। जदयू कार्यालय में भी करीब पांच लोगों के पॉजिटिव आने के बाद जदयू कार्यालय को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। बिहार में 38 में से 37 जिले में कोरोना संक्रमित मिल चुके है । मात्र एक अरवल जिले में कोई भी कोरोना संक्रमित नहीं है। बाकि सभी जिलों में कोरोना के मामले मिल चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मंगलवार दोपहर तक आयी रिपोर्ट में 522 नये लोग पॉजिटिव मिले हैं। इनमें 2 से लेकर 17 साल के बीच के लगभग 40 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, राज्य में 800 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। ऐसे में राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाने की पूरी संभावना है। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा थोड़ी देर बाद की जा सकती है। कोरोना पर क्राइसिस समूह की बैठक सीएम की अध्यक्षता में चल रही है।