Patna: बिहार में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण (Corona Spread) को देखते हुए धीरे-धीरे कई क्षेत्रों में प्रतिबंध लगाने की तैयारी चल रही है। इसी क्रम में बिहार के जेलों में कैदियों से मुलाकात पर पाबंदी लगा दी गयी है। इस आदेश का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
इस संबंध में सोमवार को जेल आईजी ने आदेश जारी किया है । यह आदेश 31 जनवरी तक प्रभावी रहेगा । जारी किये गये आदेश के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बढ़ता जा रहा है । संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में पिछले एक सप्ताह से लगातार तेजी से वृद्धि हो रही है । ऐसे में आवश्यक है कि राज्य की काराओं में बंदियों में कोरोना वायरस की तीसरी लहर को रोकने एवं उससे बचाव के लिए समाजिक दूरी का पालन किया जाए । इस कड़ी में जेल में बंद बंदियों से मिलने के लिए बाहर से आए लोगों पर प्रतिबंध लगाया जाए। इससे पूर्व सरकार ने कोरोना की वजह से नववर्ष पर पार्क और उद्यानों पर रोक लगा दिया था । बताया जा रहा है कि जल्द ही सरकार बिहार में कोरोना की बढ़ते आकड़ों को देखते हुए कुछ अन्य निर्णय भी ले सकती है ।
उल्लेखनीय है कि छपरा मंडल कारा के काराधीक्षक, जेल के डॉक्टर और शेखपुरा के बरबीघा अस्पताल के एक डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद जिले में सतर्कता बढ़ा दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार छपरा मंडल कारा के चिकित्सक डॉ. नित्यानंद पाठक और काराधीक्षक रामाधार सिंह कोरोना संक्रमित पाए गये हैं। वहीं शेखपुरा के बरबीघा अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर भी कोरोना से संक्रमित मिले हैं।
पटना सहित राज्य के कई जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है ।सोमवार सुबह मुख्यमंत्री के जनता दरबार में छह फरियादी पॉजिटिव पाये गये। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ उनके परिवार समेत 18 लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। एसडीओ मुकेश रंजन के अनुसार पटना सिटी और गुरुद्वारा परिसर में कोरोना के 23 मामले सामने आए हैं। इसके साथ एक होटल के कई कर्मी भी पॉजिटिव मिले है।
आंकड़ों के अनुसार 31 दिसंबर को राज्य भर में कोरोना के 158 मामले सामने आए थे, जबकि इस साल के पहले दिन 281 नए मामलों की पुष्टि हुई। बिहार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रविवार के आंकड़े के अनुसार बिहार में 352 कोरोना मरीज पाये गये और एनएमसीएच में रविवार को 194 लोगों की आरटीपीसीआर जांच में 84 चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में डॉक्टरों के कोरोना संक्रमित होने से अस्पताल में भी हड़कंप मच गया है।