Guwahati: असम में पिछले तीन हफ्तों में जापानी बुखार (Japanese fever) से कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई, जबकि 238 लोग संक्रमित हो गए, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग को इस बीमारी से निपटने के लिए कई उपाय करने पड़े। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अनुसार, 1 जुलाई से 35 में से 20 से अधिक जिलों में दिमागी बुखार की बिमारी से संक्रमित होने के बाद कम से कम 38 लोगों की मौत हो चुकी है और 238 लोग इस बीमारी की चपेट में आये हैं।
एनएचएम अधिकारियों के निर्देश पर, स्थिति पर कड़ी नजर रखने और निवारक उपाय करने के लिए जिला रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया गया है। जापानी बुखार और मलेरिया हर साल असम में कई लोगों की जान लेते हैं, खासकर मानसून के मौसम के दौरान, जो आमतौर पर मई में शुरू होता है और अक्टूबर तक रहता है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अविनाश जोशी व एनएचएम के निदेशक एम.एस. लक्ष्मी प्रिया जिला अधिकारियों के संपर्क में हैं और उन्हें स्थिति से निपटने के लिए सक्रिय रहने को कहा है। एनएचएम ने जापानी इंसेफेलाइटिस के प्रकोप से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया और दिशानिर्देश भी जारी किए हैं।
जापानी बुखार के खिलाफ स्वास्थ्य कार्यकर्ता बड़े पैमाने पर जागरूकता फैला रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल जापानी बुखार के कारण कम से कम 40 लोगों की मौत हुई थी। जापानी बुखार मुख्य रूप से मानसून के दौरान संक्रमित मच्छरों द्वारा फैलता है।