श्रीकाकुलम।
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में एक महिला सब-इंस्पेक्टर ने कर्तव्य की अनोखी मिसाल पेश की है। जब एक बेसहारा बुजुर्ग के लावारिस शव को कोई छूने को भी तैयार नहीं था तो महिला सब-इंस्पेक्टर ने न सिर्फ लाश को उठाया बल्कि उसे अपने कंधे पर टांगकर एक किलोमीटर तक लाईं।
मामला काजू इंडस्ट्री के लिए फेमस कासीबुग्गा-पलासा क्षेत्र की है। महिला सब-इंस्पेक्टर के इस मिसाल पेश करने वाले रवैये की प्रशंसा डीजीपी गौतम सावांग ने भी की है।
लावारिस शव को उठाने वाली महिला सब-इंस्पेक्टर कोट्टूरू सिरिशा ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में बताया, 'हमें एक अज्ञात व्यक्ति के शव की जानकारी मिली, जिसकी उम्र 80 साल के करीब की होगी। स्थानीय लोगों के अनुसार वह भिखारी था। खेत के पास पड़े शव को गाड़ी तक लाने के लिए सड़क नहीं थी। हमने ग्रामीणों से अपील की लेकिन कोई सामने नहीं आया।'
जब शव को ले जाने के लिए कोई सामने नहीं आया, तब महिला सब इंस्पेक्टर खुद आगे आईं। उन्होंने मेकशिफ्ट स्ट्रेचर की मदद से शव को अपने कंधों पर उठाया। इस काम में उन्होंने ललिता ट्रस्ट के सदस्य की सहायता ली। उन्हें पुलिस की गाड़ी तक पहुंचने में 25 मिनट का वक्त लगा। यह देख कुछ ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए आगे आए।
'मैंने केवल अपनी ड्यूटी निभाई'
विशाखापत्तनम निवासी सब इंस्पेक्टर ने शव को कंधे पर उठाए जाने के अनुभव के बारे में उन्होंने कहा, 'मैंने लोगों की सेवा करने के लिए पुलिस फोर्स जॉइन की है। समाज को अपनी सेवा देना ही मेरा लक्ष्य है। मृतक को भी सम्मान का अधिकार है। मैंने केवल अपनी ड्यूटी निभाई है।'