Houston: विश्व की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी टेस्ला(World’s Largest Electric Company, Tesla) के संस्थापक एवं सीईओ एलन मस्क (Elen Musk) ने इस बात का खुलासा किया है कि उन्होंने कंपनी की ऑटो पायलट टीम के पहले कर्मचारी के तौर पर किसे रखा था। उन्होंने बताया कि ऑटो पायलट टीम के पहले कर्मचारी भारतवंशी अशोक एलुस्वामी(India Ashok Eluswamy) हैं। एलन मस्क ने ट्विटर पर अपने साक्षात्कार के एक वीडियो के जवाब में यह बात बताई।
अशोक मेरे ट्वीट से भर्ती होने वाले पहले व्यक्ति थे, जिसमें मैने कहा था कि टेस्ला एक ऑटो पायलट टीम शुरू कर रही है।
टेस्ला में शामिल होने से पहले अशोक एल्लुस्वामी वोल्कास फाल्सवैगन इलेक्ट्रानिक रिसर्च लैब और डब्ल्यूएबीसीओ वाहन नियंत्रण प्रणाली से जुड़े थे। वह चेन्नई के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग गुइंडी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री धारक हैं। इसके बाद कारनेगी मेलोन यूनिवर्सिटी से उन्होंने रोबोटिक्स सिस्टम डेवलपमेंट में मास्टर्स डिग्री की।
ऑटो पायलट टेक्नोलॉजी कई अलग-अलग इनपुट के आधार पर काम करती है। जैसे मैप के लिए ये डायरेक्ट सैटेलाइट से कनेक्ट होती है। पैसेंजर को कहां जाना है, इसे चयनित किया जाता है। इसके बाद रूट का चयन होता है। जब कार ऑटो पायलट मोड पर चलती है तब सैटेलाइट के साथ उसे कार के चारों तरफ दिए गए कैमरा से भी इनपुट मिलता है। यानी कार के सामने या पीछे, दाएं या बाएं कोई ऑब्जेक्ट तो नहीं है। किसी ऑब्जेक्ट के होने पर कार लेफ्ट-राइट मूव होती है या फिर रुक जाती है।