Kolkata: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) के हाथों नेताजी इनडोर स्टेडियम (Netaji Indoor Stadium) में छात्रों को विभिन्न नौकरियों के दिए गए नियुक्ति पत्र के फर्जी होने के दावे किए जा रहे हैं। इसे लेकर राज्य सरकार की एक बार फिर किरकिरी होने लगी है।
इंद्रनिल भट्टाचार्य नाम का एक छात्र मीडिया के सामने आया है। उसने बताया है कि मुख्यमंत्री ने उसे जो नियुक्ति पत्र दिया है उसमें जिस कंपनी का नाम दिया गया है उसमें फोन किया गया था तो पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। पहले कंपनी वालों ने नियुक्ति पत्र को व्हाट्सएप पर मांगा उसके बाद हम लोगों ने उसे जमा किया। उसके एक दिन बाद हुगली इंस्टीट्यूट से फोन आया और बताया गया कि जो नियुक्ति पत्र दिया गया है वह वास्तव में फर्जी है। कंपनी की ओर से साफ कर दिया गया है कि नियुक्ति नहीं होगी। छात्र ने कहा है कि हमारे साथ इस तरह से धांधली करने की क्या जरूरत थी?
उसने बताया कि गत 12 सितंबर को नेताजी इनडोर स्टेडियम में उत्कर्ष बांग्ला कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उसे नियुक्ति पत्र दिया था। एक और छात्र मोहम्मद अजीम गायन ने बताया है कि राज्य सरकार और सीधे मुख्यमंत्री के हाथों फर्जी नियुक्ति पत्र मिल रहा है यह तो अजीब बात है। पूरा फ्रॉड किया गया है। प्रशिक्षण मिलते ही राज्य सरकार ने पहला धक्का दे दिया। हालांकि राज्य सरकार अथवा सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की ओर से इस बारे में अभी तक कोई भी जवाब नहीं दिया गया है।