कोलकाता: कोयला घोटाले( Coal smuggling) मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ज्ञानवंत सिंह सहित सात IPS अधिकारियों को पूछताछ के लिए तलब किया है। ED अधिकारियों का दावा है कि वे पुलिस अधिकारियों से पूछताछ कर जानकारी का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। सभी अधिकारियों को अलग अलग तिथि में बुलाया गया है। अधिकारी चाहें तो वे वर्चुअल माध्यम से उपस्थित होकर सवालों के जवाब दे सकते हैं।
दरअसल, कोयला घोटाले के मामले की जांच ईडी कर रही है। इस मामले में इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी और उनके रिश्तेदारों से पूछताछ हो चुकी है। अब ED ने पूछताछ के सात IPS अधिकारियों के नामों की सूची तैयार की और सभी को अलग अलग तिथियों में बुलाया है। इनमें IPS कोटेश्वर राव और IPS सिल्वा मुरुगन से 26 जुलाई को बुलाया है। इसी प्रकार 30 जुलाई को IPS श्याम सिंह से, 02 अगस्त को IPS राजीव मिश्रा, 04 अगस्त को IPS सुकेश जैन से, 05 अगस्त को IPS ज्ञानवंत सिंह और 08 अगस्त को IPS तथागत बसु से पूछताछ होगी। ईडी ने कहा कि जांच की प्रगति के लिए उनसे पूछताछ किया जाना जरूरी है। इनमें से कई लोगाें से CBI पहले भी पूछताछ कर चुकी है। हाल के दिनों में ये अधिकारी बर्दवान, पुरुलिया, बीरभूम जैसे जिलों में काम कर रहे थे। कुछ मुर्शिदाबाद और नदिया जैसे जिलों में तैनात थे।
CBI ने इससे पहले मुख्यमंत्री की सुरक्षा के प्रभारी ज्ञानवंत सिंह से पूछताछ की थी। मई में निज़ाम पैलेस सीबीआई मुख्यालय तलब किए गए थे। कोयला घोटाले के सरगना अनूप मांझी उर्फ लाला से पूछताछ कर ज्ञानवंत सिंह के स्रोत का मिलान किया गया। इस बार उनसे ईडी की पूछताछ करेगी। पिछले सप्ताह ही प्रवर्तन निदेशालय ने अभिषेक बनर्जी से जुड़े लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। ईडी कोलकाता में अभिषेक बनर्जी के करीबी विनय मिश्रा और उसके भाई विकास मिश्रा की छह करोड़ की संपत्ति अटैच कर चुकी है। ई़डी इससे पहले भी 165 करोड़ की संपत्ति अटैच कर चुकी है।