उत्तराखंड।
उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली जिले (Chamoli district) में बाढ़ से क्षतिग्रस्त तपोवन-विष्णुगाड परियोजना की सुरंग में फंसे लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है। वहीं, सोशल मीडिया पर एक कुत्ते का वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जो यहां सुरंग के बाहर पिछले तीन दिन से अपने मालिकों का इंतजार कर रहा है।
दरअसल, यहां प्लांट पर काम में लगे लोगों के साथ यह कुत्ता काफी घुल-मिल गया था, क्योंकि ये लोग काम के दौरान उसे भी अपने साथ खाना खिलाते थे। इसी वजह से कुत्ता उनसे काफी घुल मिल गया और यहां बैठकर उनका इंतजार कर रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कुत्ते ब्लैकी (Blackie) की उम्र करीब दो साल है। उसका जन्म उस समय हुआ जब इस जगह पर प्रोजेक्ट शुरू हो चुका था। आपदा के समय यह कुत्ता ब्लैकी (Blackie) यहां मौजूद नहीं था। लेकिन जब वह वापस लौटा तो यहां सबकुछ बदल चुका था। जो लोग रोजाना उसे यहां दिखाई देते थे अब वे सभी यहां नहीं थे। इस आपदा में जीवित बचे राजिंदर कुमार ने कहा, कि जब हम यहां काम करते थे तो हम उसे खाना देते थे और वह दिन भर यहीं पर हमारे साथ रहता था। साइट का काम खत्म होने के बाद वह भी यहां से चला जाता था। उन्होंने बताया, कि वह हमारे पास रहकर ही बड़ा हुआ। लेकिन जिस दिन बाढ़ आई, वह यहां नहीं था। कुत्ता रात में नीचे चला गया था। जब अगली सुबह वह वापस आया, तो कोई भी पहचान वाला आदमी उसे यहां नहीं मिला। जिसे देखकर वो बहुत दुखी हुआ। ब्लैकी को यह जगह अजनबियों से भरी हुई लग रही थी।
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि बचाव दल के लोगों ने ब्लैकी को दूर भगाने की कोशिश की। लेकिन थोड़ी देर बाद वह बार-बार वापस आ जाता। वह सुरंग के बाहर से जाने को तैयार ही नहीं था। उन्होंने कहा, कि हम अब उसकी देखभाल कर रहे हैं, वह सारा दिन, रात भर, सुरंग के बाहर बैठा रहता है। हमें उम्मीद है कि वह जल्द ही यहां काम करने वाले सुरंग में फंसे अपने साथियों से मिल पाएगा।