महराजगंज
इंडो-नेपाल के बहुआर बार्डर से दवा लेकर वापस जा रहे एक नेपाली युवक को नेपाल सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने गोली मार दी। बुधवार को यह घटना उस समय हुई जब उसकी नेपाली सीमा में सशस्त्र बलों से झड़प हुई। घायल को इलाज के लिए बर्डघाट के सरकारी अस्पताल चौपटिया ले जाया गया। प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे बुटवल रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
भारत-नेपाल सीमा पर तनाव की स्थिति बनी रही। भारतीय सुरक्षा एजेंसी एसएसबी भी सतर्क है। नेपाली नागरिक की पहचान अविनाश राजभर (30) के रूप में हुई है। वह नवलपरासी जिला के गाविस गुठी परसौनी के कठहवा का निवासी था। वह बुधवार को करीब 10 बजे के आसपास भारतीय सीमावर्ती बाजार बुहुआर से दवा खरीद कर वापस घर जा रहा था। उसका गांव सीमा के करीब है। दवा लेकर जैसे ही इंडो-नेपाल बार्डर के नोमेंस लैंड के पिलर संख्या 499/4 से नेपाली क्षेत्र में पहुंचा कि वहां नेपाल सशस्त्र बल के जवानों ने रोक लिया।
नेपाल सशस्त्र बल के जवान अविनाश को रोक पूछताछ करने लगे। बताया कि इस कोरोना महामारी के चलते बार्डर सील है। भारतीय क्षेत्र से आने पर प्रतिबंध है। युवक ने दवा दिखाकर बताया कि मेडिकल इमरजेंसी थी। भारतीय बाजार बहुआर करीब है इसलिए वहां दवा खरीदने चला गया था। इसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हो गई। युवक के गांव के भी लोग मौके पर पहुंच गए। नेपाली सशस्त्र बल का विरोध करने लगे। इसी बीच नेपाल सशस्त्र बल के जवानों ने तीन राउंड फायरिंग की, जिसमे एक गोली युवक की जांघ पर जा लगी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
हाई अलर्ट पर है नेपाली फोर्स-एसएसबी
नेपाल सशस्त्र बल की फायरिंग में घायल युवक की मौत के बाद भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। नेपाली फोर्स भी हाई अलर्ट पर है। सीमा इस पार एसएसबी भी सतर्क है।
एसपी ने कहा
इस संबंध में एसपी प्रदीप गुप्ता का कहना है कि भारतीय सीमा से सटे नेपाल में गोली लगने से एक युवक की मौत की सूचना मिल रही है। बार्डर पर कोई तनाव नहीं है। पुलिस बल सतर्क है। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए नेपाल के अधिकारियों से वार्ता की जा रही है।