नई दिल्ली।
टिकटॉक (Tiktok) की पैरेंट कंपनी बाइटडांस (ByteDance) ने भारत में अपना कारोबार बंद करने का ऐलान किया है. गुड़गांव स्थित बाइटडांस कंपनी अब भारत से अपना कारोबार लगभग खत्म कर चुकी है. भारत में टिकटॉक और हैलो ऐप का स्वामित्व रखने वाली इस कंपनी की सेवाओं पर प्रतिबंध जारी है.
टिकटॉक के वैश्विक अंतरिम प्रमुख वेनेसा पाप्पस और वैश्विक व्यापार समाधान के उपाध्यक्ष ब्लेक चांडली ने कर्मचारियों को ई-मेल भेजकर इस बारे में जानकारी दी है. अधिकारियों ने कंपनी की भारत में वापसी पर अनिश्चितता व्यक्त की, लेकिन कहा कि आने वाले समय में ऐसा होने की उम्मीद बनी हुई है. ई-मेल में कहा गया है, "हम यह नहीं जानते कि हम भारत में कब वापसी करेंगे, हम अपने लचीलेपन पर भरोसा कर रहे हैं और आने वाले समय में ऐसा करने की इच्छा रखते हैं." कंपनी के इस निर्णय से भारत के सभी कर्मचारी प्रभावित होंगे.
सूत्रों के अनुसार, बाइटडांस ने अपने 1000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. कंपनी की पूरी सेल्स टीम (1,000 से अधिक लोगों) को कंपनी छोड़ने के लिए कहा है, जबकि कुछ इंटरनेशनल परिचालन में मदद करने वाली टीमों सहित महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम करने वाले कर्मचारी अभी भी काम कर रहे हैं. कंपनी ने प्रभावित कर्मचारियों को वेतन के रूप में 5 महीने का वेतन देने की पेशकश की है.
टिकटॉक के प्रवक्ता के मुताबिक "कंपनी ने 29 जून 2020 को जारी भारत सरकार के आदेश का लगातार पालन कर रही है." उन्होंने कहा, "यह इसलिए निराशाजनक है कि पिछले सात महीनों में, हमारे प्रयासों के बावजूद हमें इस बारे में स्पष्ट दिशा नहीं दी गई कि हमारे ऐप को कैसे और कब फिर से चालू किया जा सकता है. इस बात का गहरा अफसोस है कि भारत में हमारे 2,000 से अधिक कर्मचारियों को आधे साल तक बनाए रखने के बाद अब हमारे पास अपने कार्यबल को घटाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है."