देवघर:
श्रावणी मेला 2018 के सफल संचालन के लिए उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा और पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र कुमार सिंह द्वारा संयुक्त रूप से बी.एड. काॅलेज प्रांगण में सभी दण्डाधिकारी, अधिकारी एवं बाहर से आए पुलिस बल के कप्तानों की सामुहिक ब्रीफिंग की गयी।
श्रावणी मेला को लेकर रहें पूरी तरह सजग:
ब्रीफिंग के दौरान वहाँ उपस्थित सभी दण्डाधिकारियों एवं सुरक्षाकर्मियों को उपायुक्त द्वारा निदेशित किया गया कि श्रावणी मेला को लेकर पूरी तरह सजग रहे, क्योंकि श्रावणी मेला के दौरान खासकर सोमवारी के दिन सर्वाधिक भीड़ होती है। ऐसे में इतनी बड़ी तादाद में आए कांवरियों की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण जैसी चुनौतियों का सामना बिना सजगता के नहीं किया जा सकता है। भीड़ व्यवस्थापन के लिए जो चीज सर्वाधिक आवश्यक है, वह है समुचित योजना के अन्तर्गत कार्य करना।
सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित न हो:
उपायुक्त ने कहा कि श्रावणी मेला के दौरान विद्युत व्यवस्था को और भी सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। इसके लिए विद्युत विभाग के द्वारा यह सुनिश्चित किया जाय कि सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति कभी भी बाधित न हो। साथ हीं विद्युत बाधित होने जैसे स्थितियों के लिए पूर्व से हीं बैक अप प्लान तैयार कर लिया जाय, जैसे-सभी जगहों पर जेनरेटरों एवं जगह-जगह पर बिजली मिस्त्री की उपलब्धता इत्यादि। इसके अतिरिक्त उन्होंने 28 जुलाई के पूर्व हीं रूटलाईन में विद्युत आपूर्ति, पेयजल की समुचित व्यवस्था आदि की जांच कर लेने का निर्देश दिया और कहा कि रूट लाईन में प्रतिनियुक्त सभी दण्डाधिकारी व सुरक्षाकर्मी इस बात का ध्यान रखेंगे कि रूटलाईन किसी भी छोटी-बड़ी गाड़ी या जानवर से बाधित न हो।
रात्रि व तड़के सुबह का समय सबसे अहम:
उन्होंने कहा कि रात्रि व तड़के सुबह का समय सबसे अहम होता है। इस समय हम सभी को सजग रहते हुए भीड़ व्यवस्थापन हेतु अपनी पूरी शक्ति और सामर्थ्य लगा देना है। साथ ही यह भी ध्यान रखना है कि आस-पास हो रही कोई भी गतिविधि हमारे आँखों से ओझल न हो।
कांवरिया रूटलाईन में किसी भी जगह पर भीड़ जमा न हो:
इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जलार्पण हेतु कांवरिया शिवगंगा पर अपने जल का संकल्प कराकर निर्धारित रूट होते हुए कतारबद्ध होंगे। ऐसे में हमें यह ध्यान रखना आवश्यक है कि कांवरिया रूटलाईन में किसी भी जगह पर भीड़ जमा न हो। साथ हीं उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त सभी कर्मी अपने जगह का निरीक्षण कर लें कि कहीं कोई समस्या तो नहीं है। यदि किसी प्रकार की कोई समस्या प्रतीत होती है तो उसे आपसी समन्वय द्वारा शीघ्रातिशीघ्र हल करें। साथ हीं कुमैठा की ओर विद्युत व्यवस्था, जेनेरेटर की उपलब्धता इत्यादि की भी जांच करने का निदेश उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारी को दी।
श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण करायें:
मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के संदर्भ में बात करते हुए उपायुक्त ने कहा कि मंदिर में प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी, सुरक्षाकर्मी व अन्य सभी व्यक्ति अपने-अपने स्थानों पर तत्परता के साथ कार्य करें। आप सभी का यह ध्येय होना चाहिये कि जितना हो सके श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण करायें। ताकि कतार लगातार आगे बढ़ते रहे। साथ हीं संस्कार मंडप में कांवरियों को कतारबद्ध करते समय यह ध्यान रखें कि इसका निचला हिस्सा खाली रखा जाए और जरूरत पर भीड़ वव्यस्थापन मे इसका प्रयोग किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि बाबा मंदिर के साथ-साथ पार्वती मंदिर मे भी श्रद्धालु जलार्पण व्यवस्थित और सुगमतापूर्वक करें यह आवश्यक है। इससे मंदिर प्रांगण में अनावश्यक भीड़ नहीं होगा एवं भीड़ व्यवस्थापन में भी प्रशासन को सहयोग मिलेगा।
पूरी सजगता और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करें:
इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने नगर निगम द्वारा पूरे रास्ते के स्टैंड वाटर पोस्ट का निरीक्षण करने एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कांवरियों के चलने के मार्ग में यदि लगातार जल का छिड़काव किया जाता है तो इससे कांवरियों को चलने में आसानी होगी और कांवरियों के पैरों में छाला भी नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए जरूरी है कि हम सभी पूरी सजगता और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करें; ताकि दूसरे राज्यों से यहां आने वाले लोग हमारे राज्य की एक अच्छी छवि लेकर यहां से अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करें।
अनावश्यक वाहन पड़ाव न किया जाए:
उपायुक्त आगे कहा गया कि मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त सभी दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मी द्वारा इस बात का विशेष ध्यान रखा जाय कि कहीं भी लोगों द्वारा अनावश्यक वाहन पड़ाव न किया जाय।
कतार में किसी प्रकार का गैप न हो:
उन्होंने आगे कहा कि मेला का सफल संचालन इस बात पर निर्भर करता है कि कांवरियों की कतार कितनी तेजी से आगे बढ़ रही है। यदि कतार में किसी प्रकार की गैप न हो और वह तेजी से आगे बढ़ते रहें तो श्रद्धालुओं को सुगम जलार्पण कराने में आसानी होती है। इसके अलावा उनके द्वारा रूटलाईन में प्रतिनियुक्त सभी दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मियों को निदेशित किया गया कि आवश्यकता पड़ने पर उनके द्वारा स्वयं संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाय।
सुरक्षाकर्मियों एवं दण्डाधिकारियों को लगातार कतार की निगरानी करने का निर्देश:
ब्रीफिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मेला में प्रतिनियुक्त बाहर से आए सभी दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मी यहां के माहौल से परिचित हो जायें, ताकि उन्हें भीड़ नियंत्रण करने में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि बस सभी अपना पूरा मन लगाकर तत्परता के साथ कार्य करें। साथ हीं उन्होंने कहा कि हमारी व्यवस्था इस प्रकार होनी चाहिये कि श्रद्धालुअेां को यहां आने पर यह महसूस हो कि वे देवभूमि में प्रवेश कर गये हैं। सारे ओ0पी0 को श्रावणी मेला हेतु पहले से हीं तैयार रहने के निर्देश दे दिया गया है। साथ हीं कहा गया है कि सभी लोग अपना ध्यान अंतिम छोर पर बनाये रखें और उसी के अनुरूप कार्य करें; ताकि लोगों का शीघ्रतिशीघ्र जलार्पण करा कर भीड़ नियंत्रण की जा सके। उन्होंने रात्रि के समय को काफी अहम बताते हुए कहा कि इस समय में खासकर सभी को सजग रहने की आवश्यकता है। साथ हीं वहां उपस्थित सभी सुरक्षाकर्मियों एवं दण्डाधिकारियों को लगातार कतार की निगरानी करने का निर्देश भी दिया।
ओपी के प्रभारी डीएसपी रैंक के आॅफिसर होंगे:
उन्होंने कहा कि सभी ओपी एवं यातायात ओपी के प्रभारी डीएसपी रैंक के आॅफिसर होंगे एवं उन सभी का यह दायित्व होगा कि वे यह देखें कि उनके निर्धारित क्षेत्र में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। इसके अलावा उन्हेांने कहा कि पीएचडी, नगर निगम, स्वास्थ्य आदि के अधिकारी ओपी वाईज आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें, ताकि यहां आगन्तुक श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा मुहैया कराये जा सके।
ये सभी थे मौजूद:
ब्रीफिंग के दौरान उपविकास आयुक्त सुशांत गौरव, अनुमंडल पदाधिकारी, देवघर रामनिवास यादव, अनुमंडल पदाधिकारी, मधुपुर नन्द किशोर लाल नगर आयुक्त संजय कुमार सिंह, प्रशिक्षु आईएएस हेमन्त सत्ती, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, देवघर विकास कुमार श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे.