Bharatpur: जिले के सीकरी कस्बे में सोमवार रात दादा के सामने पोता पटाखे से झुलस गया। दादा बचाने भी दौड़े, तब तक वह जल चुका था। बच्चा दादा के सामने दर्द से तड़पता रहा। पोते की ये हालत दादा देख नहीं सके और सदमे में उनकी मौत हो गई। पोता 35 प्रतिशत तक झुलस चुका है। उसे जयपुर रेफर किया गया है। दादा का अंतिम संस्कार मंगलवार को कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार लिंकन खत्री का सीकरी में पीपला माता मंदिर के पास सर्वोदय विद्या पीठ स्कूल है। स्कूल के सैकेंड फ्लोर पर ही मकान है। बीती रात लिंकन खत्री (45) अपनी पत्नी नीलम खत्री (43) और बड़े बेटे ओम खत्री (18) के साथ दूसरे कमरे में पूजा कर रहे थे। लिंकन के 90 साल के पिता मदन लाल और 16 साल का बेटा ध्रुव उर्फ शिवा आगे वाले कमरे में थे। दादा कमरे में ही सो रहे थे। ध्रुव के हाथ में अचानक पटाखा जल गया। आवाज सुन दादा जागे तो ध्रुव पटाखे की आग में झुलस रहा था। दादा उठे और पोते को बचाने का प्रयास किया। इतने में ध्रुव की आवाज सुन घरवाले भी आगे वाले कमरे में पहुंच गए। जैसे-तैसे आग पर काबू पाया। दादा ने अपने पोते की हालत देखी। वे इसे सह नहीं पाए। सदमे में आ गए और वहां अचेत होकर गिर गए। उन्हें सीकरी के हॉस्पिटल में ले जाया गया। यहां उनकी मौत हो गई। लिंकन खत्री ने बताया कि पोते को झुलसी हालत में देखने से उनके पिता को हार्ट अटैक आ गया था।
बच्चे के पिता लिंकन खत्री ने बताया कि इस हादसे में बेटे का हाथ और चेहरा बुरी तरह से झुलस गया। उसे सीकरी हॉस्पिटल ले जाया गया, यहां से उसे अलवर रेफर किया गया। इस हादसे में वह 35 प्रतिशत तक झुलस गया। हालत ज्यादा खराब होने पर उसे जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में रेफर किया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। ध्रुव 11वीं कक्षा का छात्र है और अपने पिता के स्कूल सर्वोदय विद्या पीठ स्कूल में ही पढ़ता है। बड़ा भाई ओम खत्री कॉलेज में है और अलवर से बीएससी कर रहा है।