देवघर
केंद्र और राज्य सरकार भले ही लाख निर्देश दे और नियमानुसार योजनाओं का काम करने की बाते कहें किन्तु राज्य के कार्यकारी एजेंसीय और सम्बंधित ठीकेदार अपनी मनमानी नही छोड़ते है। इसका ताज़ा उदाहरण है देवघर प्रखण्ड क्षेत्र स्थित गनजोरा पंचायत के पश्चिम केंमन्काठी गांव में मनरेगा के तहत मिट्टी मोरम का किया जा रहा कार्य। बताते चले कि इस मिट्टी मोरम के कार्य को बेरोजगारी और मजदूरों को मनरेगा के तहत काम उपलब्ध कराने के लिए मजदुरो से कराया जाना है किंतु उक्त योजना को मजदूरों से न कराकर सम्बंधित एजेंसी जेसीबी मशीन से करा ली और इस तरह जहां एक सरकारी निर्देशो का उल्लंघन किया, वही सैकड़ो मजदूरों का रोजगार भी खा गये।
ग्रामीणों के अनुसार बिचौलिया एवं इन्जीनियर के मिली भगत से पैसे की लुट हो रही है। ग्राम पंचायत की गनजोरा पं. केनमन काठी की इस योजना की प्राक्कलित राशि 495000/. है । जिसे दिखावटी और कागजी खानापूर्ति चार दिन दो-चार मजदूरों से उक्त कार्य कराकर अधिकतर कार्य मशीन द्वारा निबटाया जा रहा है। इस मामले में हिन्द किसान मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष अधिवक्ता जयन्त राव पटेल ने जिला प्रशासन से जांच कराकर कार्रवाई करने की मांग की है।