देवघर।
देवघर उपविकास आयुक्त शैलेन्द्र कुमार लाल की अध्यक्षता में विकास भवन के सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपविकास आयुक्त द्वारा पिछले बैठक में दिए गए निदेशों के आलोक में अभी तक किये गए कार्यों की विस्तृत जानकारी लेते हुए सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों एवं कार्यो को बेहतर तरीके से क्रियान्वित करने का निदेश संबधित अधिकारी को दिया गया।
इस दौरान राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता द्वारा बतलाया गया कि जिले में चिन्हित तीनों ब्लैक स्पॉट का टेंडर एवं एग्रीमेंट पूर्ण हो चुका है ,Short Term Measures के तहत कार्य 25 सितंबर 2020 तक संपन्न कर लिया जाएगा। इस पर उपविकास आयुक्त द्वारा कहा गया कि सड़क सुरक्षा आज के समय में बहुत बड़ी चुनौती है। ऐसे में समय-समय पर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक किया जा सके।
उन्होंने आगे कहा कि अभी वैश्विक महामारी के समय मे लगभग सभी स्कूल बंद हैं। ऐसे में विद्यालयों द्वारा Online classes के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। इसी कड़ी में Online के माध्यम से हीं स्कूली बच्चों को विशेषकर 8वीं, 9वीं, 10वीं और उच्च विद्यालय के छात्रों को सड़क सुरक्षा से संबंधित मुख्य बिंदुओं एवं नियमों के उल्लंघन करने पर दंड के भुगतान एवं सजा की जानकारी दी जाए। साथ हीं उन्होंने कहा कि दो पहिया वाहन चलाने वालों को हेलमेट पहनने के लिए जागरूक करने की जरूरत है। इसके अलावा अभिभावकों को चाहिए कि वे 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को किसी भी परिस्थिति में वाहन चालन न करने दें।
इसके अलावा उनके द्वारा कहा गया कि प्रतिदिन वाहन जाँच के लिए कैम्प का आयोजन किया जाय, ताकि बिना हेलमेट एवं मास्क पहनने वाले दो पहिया वाहन चालकों एवं बिना सीट बेल्ट एवं मास्क लगाकर चार पहिया वाहन चालकों पर विधिसम्मत कार्रवाई की जा सके। साथ हीं उप विकास आयुक्त द्वारा यातायात प्रभारी को निदेशित किया गया कि वाहन जांच के दौरान हेलमेट और मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करवाएं एवं DL suspension की आंकड़ों में वृद्धि की जाए। ततपश्चात उपविकास आयुक्त द्वारा एक्सीडेंट रिकॉर्ड फॉर्म (ARF) के संबंध में DPIU को आदेश दिया गया कि ARF फॉर्म ससमय पर उपलब्ध नहीं होने के संदर्भ में सभी थानों को पत्राचार के माध्यम से पुनः स्मारित किया जाए।
बैठक में उपविकास आयुक्त द्वारा पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता एवं नगर निगम के नगर प्रबंधक को निदेशित किया गया कि उनके द्वारा शहर एवं विभिन्न सड़को का निरीक्षण कर सड़क सुरक्षा चिन्ह आदि से संबंधित साइनेज आदि की जांच करायी जाय एवं आवश्यकतानुसार इन चीजों को लगवाया जाय। इस दौरान रोड सेफ्टी के रविश कुमार द्वारा बतलाया गया कि सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा बढ़ रहा है जिसमे over speeding के मामले ज्यादा देखे जा रहे हैं। इस पर उप विकास आयुक्त द्वारा कहा गया कि बिना गति मापन मशीन के इस बात की पुष्टि करना कठिन है कि दुर्घटना का कारण over speeding ही है।
अतः जिले के मुख्य दुर्घटना क्षेत्रो एवं चैक चैराहों के लिए रोड सिग्नल, speed gun, interceptor vehicle, CCTV आदि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का क्रय एवं लगवाने हेतु पत्राचार की जाए, ताकि सड़क दुर्घटनाओं के कारण का पता लगाने में सटीकता आये एवं सड़क दुर्घटना में कमी हो सके।