देवघर।
झारखंड की सांस्कृतिक राजधानी देवघर.. इस शहर की रौनक ही कुछ ऐसी है कि यह शहर कभी रूकता नहीं है. 24 घंटे चहल-पहल रहने वाले शहर देवघर में एक इबारत ऐसी भी लिखी जा रही है. जो शायद ही कहीं देखने को मिलेगी.
नई इबारत लिखता अम्बेडकर लाइब्रेरी:
देवघर के अम्बेडकर चौक पर स्थित है अम्बेडकर लाइब्रेरी। इस लाइब्रेरी की खासियत यह है कि यह कभी बंद ही नहीं होती है। यहां दिन-रात शहर या दूर-दराज से पहुंचे छात्र-छात्रा अपने भविष्य को संवारने के लिए मेहनत करने में लगे हैं। चौबिस घंटे छात्र-छात्राओं के लिए खुले रहने वाले इस लाइब्रेरी में रात के नजारे का जायजा लेने का फैसला एन सेवन इंडिया ने किया.
एन सेवन इंडिया ने लिया जायज़ा:
रात के करीब तीन बजे एन सेवन इंडिया के संवाददाता अम्बेडकर लाइब्रेरी पहुंचे. यहां बच्चे बड़ी लगन के साथ पढ़ाई कर रहे थे. हर रोज करीब 40 से 75 बच्चे रात के वक्त पढ़ाई करते हैं. तमाम तरह की कोर्स और प्रतियोगिता सी जुड़ी किताबें यहां मौजूद हैं. ऐसा नहीं है कि इस लाइब्रेरी में सिर्फ किताबें ही हैं. इसके अलावा कम्पयूटर लैब और अन्य मुलभूत सुविधाएं भी मौजूद हैं. जिससे यहां बच्चों को परेशानी न हो.
नहीं होती है छात्रों को परेशानी:
छात्र बताते हैं कि नींद तो आती है लेकिन पढ़ाई करना भी जरूरी है. इस लाइब्रेरी में शान्ति से रात के वक़्त भी पढ़ाई करने की जो आज़ादी और निश्चिंतता मिलती है वह शायद ही देश के किसी पुस्तकालय में हो. वहीं, लाइब्रेरियन का कहना है कि आगे कोशिश की जा रही कि ऐसे बच्चे जो दूर-दराज से आते हैं उनके आवास की भी व्यवस्था कर दी जाये ताकि उन्हें कोई दिक्कत न हो.