देवघर/ देवीपुर।
आजादी के वर्षों बाद भी देवीपुर प्रखंड स्थित लोहारी गांव में ग्रामीणों को अपने गांव आने-जाने के लिए सड़क तक नसीब नहीं हुआ था.
आखिरकार ग्रामीणों ने खुद हिम्मत जुटायी और श्रमदान कर सड़क निर्माण कर डाला. कोलकाता-दिल्ली मुख्य रेल लाईन के किनारे बसा इस गांव में रेलवे के बी ग्रेड की जमीन रहने के कारण आजतक कोई भी सरकारी कार्य उस जगह पर नहीं हो सका है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव तक सड़क बनवाने के लिए स्थानीय मुखिया, विधायक सहित सांसद को कई बार जानकारी दी गयी कि सड़क नहीं रहने के कारण लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधी का ध्यान इस ओर आजतक आकृष्ट नहीं हुआ है.
बरसात के दिनों में तो ज्यादा कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. अगर कोई बीमार पड़ गया तो खाट पर उठाकर स्टेशन तक ले जाना पड़ता है. परेशानियों से तंग आ ग्रामीणों ने सबसे पहले आपस में चन्दा किया और सभी लोगों ने श्रमदान कर गांव प्रवेश के लिए सड़क का निर्माण कर लिया. गांव मे कुल 70 परिवार निवास करते है जिसमें करीब 600 महिला पुरूष और बच्चे शामिल हैं.