गिरिडीह:
कुछ बच्चे बेसुध पड़े थे.. तो कुछ के चेहरे पर असहनीय पीड़ा झलक रही थी और कुछ छात्र-छात्राएं आक्रोश से बिलबिला रहे थे।
यह दृश्य था मंगलवार को बेंगाबाद के छोटकी खरकडीह स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय का। यहां सभी विद्यार्थी एक शिक्षक के स्थांतरण पर दुख और आक्रोश से व्याकुल थे। दरअसल, आज के माहौल में जब शिक्षा का तेजी से व्यवसाईकरण हो रहा है। ऐसे में यह दृश्य बेहद ही सुकून दायक था। ये बच्चे अपने शिक्षक से कितना प्यार करते हैं कि कई बच्चे स्थांतरण की खबर सुनकर ही बेहोश हो रहे थे।
इस बाबत यहां के बच्चो का कहना था कि एक तो इस विद्यालय में शिक्षकों की पहले से ही कमी है। उस पर सभी छात्रों के प्रिय शिक्षक का प्रतिनियोजन अन्य विद्यालय में कर दिया गया है। सभी बच्चें इस स्थांतरण का विरोध कर रहे हैं।
इधर स्थानीय जनप्रतिनिधि महेंद्र वर्मा का कहना था कि विद्यालय में शिक्षकों के आभाव के बावजूद यहां के एक शिक्षक का प्रतिनियोजन किया गया है। इन्होंने जिले के अधिकारियों की ओर इंगित करते हुए कहा कि इस तरह के स्थानांतरण में काफी विसंगतियां हैं, जिसे ठीक करने की ओर ध्यान देने की दरकार है।
बहरहाल कुलमिकर,बच्चों के इस मनोदशा और विरोध का असर इस स्थानांतरन पर क्या पड़ता है यह तो पता नही। लेकिन बच्चों का यह व्यवहार तमाम शिक्षकों को यह सीख जरूर देता है कि छात्र-छात्राओं को सिर्फ ज्ञान बाटने से ही आप शिक्षक नही हैं बल्कि उनमें प्रेम और सम्मान का प्रसार भी जरूरी है।