देवघर/सारठ:
गर्मी के दस्तक देते ही ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराने लगा है. वहीं राज्य सरकार द्वारा चापानलों के मरम्मति को लेकर 14वीं वित्त के तहत पंचायतों को उपलब्ध कराई गई राशि के बावजूद भी पंचायतों के प्रतिनिधि बंद पड़े चापानलों को दुरूस्त कराने को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे है. जिससे प्रखंड क्षेत्र के हर गांवों में कई चापानल बंद पड़े हुए हैं और ग्रामीण पेयजल संकट को लेकर परेशान हो रहे हैं.
सारठ प्रखंड के जमुआसोल पंचायत के जमुनियाटांड़ गांव में भी तीन महिने से दो-दो चापानल बंद पड़े हैं, जिससे लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना करते देखा जा रहा है. शुक्रवार को ग्रामीणों ने बताया कि तीन माह से गांव को दो-दो चापानल खराब है. मुखिया को कई बार चापानलों को दुरूस्त कराने के लिए कहा गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
ग्रामीणों ने परेषान होकर मुख्यमंत्री जनसंवाद में भी शिकायत दर्ज कराई है.