बोकारो:
सेक्टर फोर थाना क्षेत्र के सेक्टर फोर डी आवास संख्या 1032 में जमकर चला ड्रामा. पुलिस की उपस्थिति में न सिर्फ अधिवक्ता रंजीत गिरी महिला समिति सदस्यो से पिटा गए बल्कि जिसने एक बुजूर्ग महिला के घर पर कब्जा कर रखा था उन्हें भी महिलाओ ने मारपीट किया. अगर पुलिस नहीं रहती तो शायद दोनो की जमकर महिला समिति सदस्य पिटाई करती.
मामले की जानकारी सेक्टर फोर इंस्पेक्टर ने वरीय अधिकारियों को दी गयी तो सिटी डीएसपी और सीओ चास पहुंची और दोनो पक्षो को थाना बुलाकर कागजात दिखाने को कहा गया. तब जाकर मामला शांत हुआ.
बताया जा रहा है कि आवास केशावती देवी का है और दो साल पूर्व उज्जवल कुमार वर्मण नामक एक व्यक्ति को किराए पर दी थी. महिला केशावती अपने बेटे के पास कनाडा चली गयी और जब वापस लौटी तो किराएदार बन बैठे मकान मालिक. लगातार घर लेने को लेकर पुलिस प्रशासन, महिला आयोग समेत कई विभाग का दरवाजा खटखटाया लेकिन कहीं से न्याय नहीं मिल पाने के कारण आज महिला समिति से मदद मांगी. बड़ी संख्या में महिला समिति की सदस्यों ने घर पर धावा बोल दिया और खाना बनाने के सामान के साथ सभी जुट गयी. खाना खाया और फिर जमकर हंगामा किया. इसी बीच घर पर कब्जा किए उज्जवल कुमार वर्मण की पत्नी घर के अंदर से महिला समिति की सदस्यों पर अभद्रता से पेश आय़ी, तो फिर क्या था महिला समिति सदस्यो ने उनके पति पर हमला कर दिया. खड़ी बाईक को गिरा दिया. बीच बचाव में वर्मण तो बच गए लेकिन जब इनके अधिवक्ता रंजीत गिरी पहुंचे तो महिलाएं के साथ इंस्पेक्टर ने भी कागज की मांग की लेकिन कोई कागजात उपलब्ध नहीं कराने पर महिलाएँ उलझ पड़ी और फिर सड़क पर दौड़ाकर कर पीट दिया. अधिवक्ता ने भी अपने बचाव में महिलाओ के साथ मारपीट की.
वहीं पुलिस ने कहा कि बुज़ुर्ग महिला को न्याय ज़रूर मिलेगा, फ़िलहाल विधि व्यवस्था को नियंत्रित किया जा रहा है.