देवघरः
रविवार की शाम देवघर नगर थाना क्षेत्र के नंदन पहाड़ से आपसी विवाद में गोली चलने की खबर सामने आयी थी. जिसके विरूद्ध एफआईआर भी दर्ज कराया गया था. भाई ने बयान दिया था कि दोनों भाई-बहन नंदन पहाड़ घूमने जा रहे थे, तभी पुराने विवाद में एक युवक ने भाई पर गोली चला दी थी लेकिन गोली बहन को जा लगी. जिसमें वह घायल हो गयी. अब इस पूरे मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है.
दरअसल, युवती के पैर में लगी गोली की बात तो सही थी, लेकिन इसके लिए जो कहानी बनायी गयी वह झूठी थी.
एसडीपीओ दीपक पांडे ने मामले की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को अराधना के छोटे भाई का जन्मदिन था. जन्मदिन के अवसर पर सौरभ श्रृंगारी और अमीत जयसवाल नंदन पहाड़ स्थित अराधना के घर गये हुए थे. दोनों युवक पिस्टल लेकर गये थे,जिसकी जानकारी अराधना को भी थी. तभी अराधना सिंह पिस्टल लेकर देख रही थी कि अचानक गोली चल गयी जो उसके पैर में जा लगी. यह सबकूछ एक कमरे के अंदर हुआ. लेकिन, इसे झूठी कहानी बनाकर प्रस्तुत किया गया. और छोटू धपरा के खिलाफ षडयंत्र के तहत एफआईआर दर्ज कराया गया.
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एफआईआर दर्ज होते ही जब पुलिस एक्टिव हुई और टीम बनाकर जांच की गयी तो पुलिस ने यह पाया कि मौका-ए-वारदात पर छोटू धपरा नामक युवक वहां मौजूद ही नहीं था. गलती से गोली चलने के बाद आपस में ही मनगढ़ंत कहानी बनाकर पुलिस के सामने पेश किया गया था. मामले में अभियुक्त अमीत जयसवाल और सौरभ श्रृंगारी को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया है और दोनों अभियुक्त एंव अन्य पर एफआइआर दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
वहीं, दोनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद दो और युवक की गिरफ्तारी हुई है. एसडीपीओ ने बताया कि पुछताछ के दौरान सौरभ श्रृंगारी ने बताया कि आशीष मिश्रा और विजय मठपति द्वारा उन तक पिस्टल पहुंचाया गया था. दोनों अभियुक्तों की निशानदेही पर आशीष मिश्रा और विजय मठपति के घर पर भी छापेमारी की गयी. जहां से हथियार एंव गोली बरामद किया गया है. आशीष मिश्रा और विजय मठपति को आम्र्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
पुलिस ने छापेमारी के दौरान दो पिस्टल, दो कट्टा, 10 लाईव राउंड और दो जिंदा कारतूस बरामद किया है.