Deoghar: देवघर नगर थाना इलाके के कृष्णापुरी विलियम्स टाउन स्थित सदर अस्पताल के उपाधिक्षक डॉ प्रभात रंजन के क्लिनिक के सामने मंगलवार की देर रात को बाइक सवार दो अपराधियों ने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। जिसका उद्भेदन देवघर पुलिस ने घटना के 12 घंटे के अंदर कर लिया।
घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना प्रभारी राजीव कुमार, एसआई ओमप्रकाश सिंह, एसआई सुमीत लकड़ा, एसआई सुमन कुमार और एसआई चंदन कुमार दूबे और पीसीआर वैन के पदाधिकारी पहुंचे थे। रात को ही आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। उपरांत टेक्निकल सेल के सहारे अपराधियों को देर ताक को गिरफ्तार कर लिया गया।
बताया जाता है कि गोली बारी की घटना को रंगदारी एवं दहशत फैलाने के उद्देश्य से किया गया था। इस घटना में शामिल शंतिर सजायाप्त अपराधी कृष्णापुरी निवासी पंकज सिंह और भागलपुर जिला के साहकुंडा थाना इलाके के बगचप्पर निवासी रिशु राज ने अंजाम दिया थ। इनके पास से पुलिस ने एक देशी कट्टा तीन जिंदा कारतुस और घटना में प्रयुक्त किया गया एक बाइक को भी बरामद किया है। दोनों को पुछताछ के बाद जेल भेज दिया।
अपराधी पंकज सिंह का रहा है अपराधिक इतिहास
एक प्रेस वार्ता में सदर एसडीपीओ पवन कुमार ने बताया कि अपराधी पंकज का अपराधिक इतिहास रहा है। वह जसीडीह थाना कांड संख्या 319/20 में मारपीट छिनतई, नगर थाना कांड संख्या 177/21 में अर्म्स एक्ट और नगर थाना कांड संख्या 637/22 में हत्या एवं आर्म्स एक्ट का आरोपी रहा है।
फायरिंग को लेकर नगर थाना में दो मामला दर्ज
डॉक्टर प्रभात रंजन के क्लिनिक के पास हुए फायरिग मामले में नगर थाना में दो मामला दर्ज किया गया है। एक मामला गुरू कृपा क्लिनिक के कर्मी कपसिया निवासी राजेश मांझाी के बयान पर दर्ज किया गया है। मामले मे कहा है कि रात के 8.40 के आसपास वह अपने सहकर्मी पंकज, सुजीत, अजय और गुड्डू के साथ क्लिनिक में था। उसी समय कृष्णापुरी की तरफ से बाइक पर सवार दो अज्ञात यवुक क्लिनिक के सामने गली में बाइक लगा दिया। उसके बाद गाली- गलौज करते हुए हवाई फायरिंग करते हुए भाग निकले। दूसरा मामला थाना के एसआई चंदन कुमार दूबे के बयान पर दर्ज किया गया है। वरिय पदाधिकरी के निर्देश पर थाना के पदाधिकारियों एवं जवानों के साथ एक टीम का गठन किया गया। देर रात को ही पंकज सिंह को उसके सहयोगी रिशु राज के साथ घटना में प्रयुक्त हथियार के साथ गिरफ्तार लिया गया। पुलिस के पुछताछ में दोनों बदमाशों ने बताया कि उन्होंने रंगदार की मांग के लिये दहशत फैलाने के उद्देश्य से डॉक्टर प्रभात रंजंन के क्लिनिक के पास दो गोली फायर कर फरार हो गये थे।