Deoghar: गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री को झारखंड का दूसरा छविरंजन करार दिया है। वही IAS छविरंजन जिनपर सेना की जमीन बेचने का आरोप है। जो फ़िलहाल ईडी की गिरफ्त में हैं। बहरहाल, देवघर डीसी मंजूनाथ पर सांसद निशिकांत दुबे द्वारा ऐसे ही जमीन को बेचवा देने का आरोप लगाया गया है। अब, भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी जमीन से जुड़े मामले की जाँच सीबीआई और ईडी से करने का अनुरोध किया है।
दरअसल, मामला देवघर के चारुशीला यानि नौलखा मंदिर ट्रस्ट की जमीन से जुड़ा है। एक दिन पहले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने चारुशीला जमीन की बिक्री को लेकर डीसी मंजूनाथ भजंत्री के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए सीधे-सीधे आरोप लगाया कि ज़मीन को खंड-खंड करके 20-22 के बीच LPC निकालकर उपायुक्त देवघर ने बेचवा दिया।
सांसद निशिकांत दुबे ने सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग करते हुए ट्वीट किया कि हेमंत जी झारखंड के दूसरे छविरंजन यानि डीसी देवघर भजंत्री जी का कारनामा देखिए। 1959 में सुप्रीम कोर्ट ने देवघर के चारुशीला यानि नौलखा मंदिर ट्रस्ट को पब्लिक ट्रस्ट माना। 87 में कोलकाता हाईकोर्ट ने सब ट्रस्टी खत्म कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने जिस ज़मीन को महिला अस्पताल के लिए रिज़र्व किया, उस जमीन को खंड खंड करके 20-22 के बीच LPC निकालकर उपायुक्त देवघर ने बेचवा दिया।
एमपी निशिकांत दुबे अपने इस ट्वीट के साथ सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट को भी टैग किया है। निशिकांत दुबे के इस ट्वीट पर देवघर डीसी की ओर से बयान जारी किया गया कि वर्तमान उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी के पदस्थापन से लेकर अब तक चारुशीला ट्रस्ट से संबंधित किसी भी तरह का LPC निर्गत नही किया गया हैं।
फिर क्या था, डीसी के इस बयान पर निशिकांत दुबे ने एक पर एक ट्वीट किया और हेराफेरी का आरोप लगाते हुए तमाम कागजात को भी शेयर किया।
पहले ट्वीट में सांसद निशिकांत ने लिखा ” मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी डीसी देवघर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर PRD से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर रहा है, 2020 से यह जानकारी उपायुक्त को कोलकाता हाईकोर्ट में चारुशीला ट्रस्ट का रिसीवर चिट्ठी भेज रहा है,फिर भी अधिकारी को सूचना नहीं है। “
दूसरे ट्वीट में कम्प्लेन की कॉपी शेयर करते हुए सवाल किया कि 2020 से 2023 तक इस कम्प्लेन पर क्या कारवाई किया गया?
जमीन से जुड़े कागजात को शेयर करते हुए सांसद ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि “मुख्यमंत्री जी यह सबूत है डीसी देवघर के लिए, चारुशीला ट्रस्ट के ज़मीन को अवैध तरीक़े से बेचने वाले सतनाली परिवार को आपके उपायुक्त ने अंचल अधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी के विरोध के बाबजूद ग़लत ज़मीन का LPC दे दिया । मार्च में ज़मीन ग़लत लेकिन दो महीने बाद अप्रैल में ज़मीन सही। नटवरलाल भी देवघर में फेल हो जाएगा। “
अब जमीन से जुड़े इन मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने भी आरोप लगाया है कि रांची की तरह देवघर में भी बड़े पैमाने पर कागजातों की हेराफेरी एवं जालसाज़ी कर ज़मीन घोटाला हुआ है और हो रहा है। बाबूलाल ने ईडी और सीबाआई से अनुरोध किया है कि देवघर में चल रहे जमीन के इस गोरखधंधे की जाँच की जाये। उन्होंने यहां तक कहा है कि देवघर में हो रहे ज़मीन घोटाला गोरखधंधे का अन्तरराज्यीय संबंध रांची की तरह बंगाल से है।